श्री डूंगरगढ़। राष्ट्रीय योग क्रांति अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी ख्याति प्राप्त योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने बताया उनकी पूरी योगा टीम एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है और जल्द ही रिपोर्ट आयुष मंत्रालय और भारत सरकार को सौंपेगी। कालवा ने कहा भारत ही वो अकेला देश है जो विश्व कल्याण की भावना रखता है।
देश की प्राचीन योग और आयुर्वेद जैसी प्रमाणिक परम्पराओं को चंद लोग दबा रहे हैं। वास्तव में देखा जाए तो सरकार अनिवार्य रूप से अगर धरातल पर लागू कर दे तो निश्चित तौर पर देश ओर सम्पूर्ण विश्व का कल्याण हो सकता है। मगर बड़ी विडंबना है कि वर्तमान पीढ़ी केवल अपने ओर अपने परिवार के कल्याण तक ही सीमित हो गई है। राष्ट्रीय योग क्रांति अभियान के तहत ओम कालवा और उनकी टीम देश के बेरोजगार योग प्रशिक्षकों व योग संगठनों को साथ लेकर चौरासी पेज की फाइल सरकार को सौंपेंगे। ओम कालवा निरोगी जीवन सोशल मीडिया के तमाम चैनलों पर ओम कालवा चौरासी सवालों के चौरासी सटीक जवाब में भारतीय योग संस्कृति का उल्लेख करते हुए लिखा है कि योग धरातल पर लागू क्यों करना चाहिए इसके क्या मानदंड है संपूर्ण रूपरेखा तैयार कर चुके हैं।
जगन्नाथपुरी और कोणार्क के लिए रवाना हुए संभाग के 509 वरिष्ठ नागरिक
देश के योग संगठनों के साथ ओम कालवा और उनकी टीम ने आम पब्लिक से भी अपील कर रहे हैं कि इस अभियान के पुनीत कार्य में सहयोगी बने ये कार्य मानव कल्याण के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। कालवा ने बताया इस अभियान के राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक राजदूत योगगुरू सुनिल सिंह व प्रदेश ब्रांड एम्बेसडर क्रांतिकारी योगाचार्य रामावतार यादव सीकर को बनाया गया है जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर कार्यकारिणी गठित की जाएगी।




















