लूणकरणसर (श्रेयांस बैद)।गुरु नानक जयंती पर दीपमालाओं से प्रकाशित हुआ गुरुद्वारा
प्रकाश पर्व के रूप में मनाई गई गुरु नानक जयंती अखंड पाठ का भोग, नाम कीर्तन और लंगर वितरण से गूंजा गुरुद्वारा परिसर
लूणकरणसर…. कस्बे के एनएच-62 पर स्थित गुरुद्वारा साहिब में बुधवार को गुरु नानक देव जी की जयंती बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ प्रकाश पर्व के रूप में मनाई गई। अल सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और देर शाम तक मत्था टेकने वालों का आवागमन निरंतर बना रहा।
दीपमालाओं से निखरा दृश्य
प्रकाश पर्व के अवसर पर पूरे गुरुद्वारा परिसर को दीपमालाओं और झालरों से सजाया गया, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय और आलोकित हो उठा। श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव जी के उपदेशों को याद करते हुए सेवा, समर्पण और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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अखंड पाठ और शब्द कीर्तन से गूंजा परिसर।
समारोह में अखंड पाठ का भोग लगाया गया तथा गुरुबाणी और नाम कीर्तन का आयोजन हुआ। मुख्य ग्रंथि बाबा मोदन सिंह ने गुरुवाणी का पाठ कर संगत को निहाल किया।
सेवा और प्रसाद वितरण का दौर।
दिनभर श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे में सेवा कार्यों में भाग लिया। दोपहर में प्रसाद और लंगर वितरण किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर सामूहिक एकता और सद्भाव का संदेश दिया।
गुरुद्वारा परिसर में श्रद्धा, भक्ति और प्रकाश का संगम देखने को मिला, जहां हर ओर गुरु नानक देव जी के उपदेश “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” की भावना झलक रही थी।




















