जयपुर: विधानसभा में जासूसी कैमरों का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी को लेकर विवादित बयान दे डाला. डोटासरा ने आरोप लगाया कि जासूस कैमरों के जरिए विधानसभा अध्यक्ष अपने रेस्ट रूम में हमारी महिला विधायकों को देखते हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में महिला विधायक जल्द ही प्रेसवार्ता करेंगी.
डोटासरा ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि वासुदेव देवनानी हमारी महिला विधायकों को देखते हैं. किस दिशा में बैठी है, कैसी अवस्था में बैठी हैं, क्या बातें कर रही हैं. हम दो-तीन लोगों पर तो नजर रखते ही हैं, लेकिन महिलाओं पर उनका ज्यादा फोकस है. इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि एक स्पीकर जैसे संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति हमारे प्रतिपक्ष की बहनों पर अपने रेस्ट रूम में कैमरा लगाकर नजर रखता है. अपने पास कैमरों का एक्सेस रखता है. ऐसे व्यक्ति को डूब कर मर जाना चाहिए.
महिला विधायक करेंगी प्रेस कांफ्रेंस: स्वयं के विधानसभा सत्र में हिस्सा नहीं लेने को लेकर डोटासरा ने कहा कि ऐसे कृत्य कर रहे हैं, इसलिए मेरा मन नहीं माना कि मैं उसके सामने जाकर माननीय स्पीकर कहूं. उन्होंने कहा कि भाजपा का एक विधायक हमारे लिए कहता है कि जब आप लोग सदन में धरने पर बैठे थे, तो आप कुकृत्य कर रहे थे. महिलाओं से पैर दबवा रहे थे. उससे घृणित बात कुछ हो नहीं सकती और वह स्पीकर बैठे-बैठे सुन रहे हैं. जैसे उन्होंने उसे बोलने के लिए कहा हो. उन्होंने कहा कि हमारी महिला विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी और बताएंगी कि विधानसभा स्पीकर जासूसी क्यों कर रहे हैं.
स्पीकर ने अलग से शपथ नहीं ली: डोटासरा ने कहा कि जासूसी का मामला केवल टीकाराम जूली का नहीं है, यह संविधान और कानून की हत्या है और हमारी निजता का हनन है. जब विधानसभा की कार्यवाही चलती है, तब तक ही वो चेयरपर्सन होता है. उसके अलावा तो वह हम जैसे विधायक की तरह ही है. उन्होंने कोई अलग से शपथ नहीं ली है. जिस स्पीकर को शपथ का प्रावधान नहीं है, वो ऐसे तानाशाह और हिटलर बनना चाहते हैं. जब सदन स्थगित हो, तो वो सड़क के समान होता है और कोई भी चर्चा होती है, तो उसको न तो कैमरों में रिकॉर्ड कर सकते हैं और न ही उस पर चर्चा कर सकते हैं.
नेपाल वाले हालात भारत में भी हो सकते हैं: डोटासरा ने कहा कि जिस तरह से देश में मीडिया की आवाज दबाई जा रही है. एजेंसियों का दुरपयोग किया जा रहा है. ईमानदार लोगों को षड्यंत्र करके जेल में डाला जा रह है. संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश की जा रही है. जो नेपाल में हुआ है, वो यहां भी हो सकता है. आज से दो-तीन साल पहले किसी ने नहीं सोचा होगा कि नेपाल-श्रीलंका में इस तरह की स्थिति पैदा होगी.
15 सितंबर से चलेगा हस्ताक्षर अभियान: डोटासरा ने बताया कि 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक वोट चोरी के खिलाफ प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और लोगों से हस्ताक्षर करवाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए भी बाकायदा प्रभारी लगाए गए हैं. इससे पहले इस अभियान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी और संभाग प्रभारियों की बैठक ली और दिशा-निर्देश दिए.




















