भीलवाड़ा: प्रदेश के वित्त आयोग के अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे. यहां उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति और वित्तीय प्रबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में कांग्रेस सरकार ने राजस्थान को 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपए का घाटा देकर छोड़ा था. इसके बाद बीजेपी सरकार ने खर्चे में कटौती कर और वित्तीय अनुशासन अपनाकर उस घाटे को भरने का काम किया था. उन्होंने यह भी कहा कि गहलोत के तीसरे कार्यकाल में भी आर्थिक संकट बना रहा, लेकिन वर्तमान में डबल इंजन की सरकार होने से केंद्र से आर्थिक सहायता मिल रही है और प्रदेश की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है.
गोविंद डोटासरा पर कसा तंज: अरुण चतुर्वेदी ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि डोटासरा सदन में एक दिन भी नहीं गए और सड़क पर बातें करते हैं. यदि वह सदन में जाकर जनता के मुद्दों पर सरकार को घेरते तो बेहतर होता. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पिछली सरकार में अंदरूनी कलह के चलते आम जनता को राहत नहीं मिली. साथ ही उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि जैसी आपदा के समय कांग्रेस ने कोई ठोस काम नहीं किया, जबकि वर्तमान सरकार ने तत्काल प्रभारी मंत्रियों को जिलों में भेजकर राहत कार्य शुरू कर दिए.
जीएसटी रिफॉर्म से आर्थिक स्थिति मजबूत: वित्त आयोग अध्यक्ष ने जीएसटी सुधारों को लेकर कहा कि अब टैक्स संग्रह में कई गुना वृद्धि हुई है. पहले राज्यों को जो टैक्स मिलता था, उसकी तुलना में अब जीएसटी से 24 लाख करोड़ रुपए देशभर में आ रहे हैं. इससे राज्यों को अधिक हिस्सा मिल रहा है और आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है. उन्होंने बताया कि जीएसटी सुधार सर्वसम्मति से किए जाते हैं और सभी राज्यों के वित्त मंत्री इसमें शामिल होते हैं. केंद्र सरकार के साथ तालमेल से राज्य को आर्थिक लाभ मिल रहा है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान का जवाब दिया कि “खजाना खाली है”, कहा कि कांग्रेस ने बड़ा घाटा छोड़ा था, जबकि वर्तमान सरकार आर्थिक प्रबंधन से स्थिति सुधार रही है.
किसानों को राहत, खाद की पर्याप्त उपलब्धता: अरुण चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासन में किसानों को यूरिया व डीएपी खाद के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता था. वर्तमान में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है, जिससे किसानों को राहत मिली है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता में किसानों के हित शामिल हैं और आर्थिक प्रबंधन के साथ-साथ कृषि क्षेत्र को भी मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, जिले के विधायक, पूर्व विधायक और अन्य भाजपा जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे. कार्यक्रम सेवा पखवाड़ा, आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और जीएसटी रिफॉर्म्स अभियान के तहत आयोजित किया गया.




















