श्रीडूंगरगढ़ के झंझेऊ में श्री क्षत्रिय युवक संघ के शिविर का आयोजन
दिनांक 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर संपन्न श्री क्षत्रिय युवक संघ के शिविर में अनेक स्थानों के 85 शिविरार्थियों ने सामुहिक संस्कारमयी कार्यप्रणाली पर आधारित प्रशिक्षण प्राप्त किया
शिविर संचालन संघ के केंद्रीय कार्यकारी गजेन्द्र सिंह आऊ ने शिविर के विदाई संदेश में बताया कि हमने अभ्यास के माध्यम से सात दिन सामूहिक रूप से क्षत्रियोचित जीवन जीने हेतु गीतानुसार संस्कारित होने का व्यावहारिक अनुभव किया है, हमारे में सद्गुणों का विकास करना है तथा दुर्गुणों का विनाश करना है,संघ पिछले लगभग 80वर्षों से समाज में सामुहिक संस्कारमयी कर्मप्रणाली द्वारा युवक-युवतियों में संस्कार निर्माण का कार्य अनवरत करता आ रहा है, ऐतिहासिक महापुरुषों का जीवन वृत्त हमारा प्रेरणास्रोत है, हमने यहां समय का त्याग किया है त्याग का भाव हमें हमारी पूर्वजों की परंपरा से मिला है, हमें संघ द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने के लिए शारीरिक बल के साथ ईष्ट बल व मनोबल को मजबूत बनाए रखना है, व्यक्तिगत हितों को समाज हित में बदलकर कार्य करना है,
जाग्रति ही व्यक्तिगत कमियों को दूर करने का माध्यम है, ध्येय निष्ठा के प्रति अपने कर्तव्यों व उत्तरदायित्वों का निर्वहन करना है , संसार के विषमय वातावरण से बचाए रखना है,संघ की शिक्षा हमारे व्यवहार में आनी चाहिए इसलिए हमें स्वयं को संघ से जोड़े रखने के लिए सदैव शाखाओं व शिविरों में आते रहना है ,बार बार ऐसे मेले लगते रहेंगे पुनः स्वागत के लिए तैयार रहना है, माननीय संघप्रमुख श्री कि ओर से आपको इस शिविर से विदाई जा रही है ।
बीकानेर में 600 किलोग्राम दूषित मावा एवं 230 किलोग्राम दूषित मिठाई नष्ट करवाई
शिविर में झंझेऊ, पुन्दलसर, लखासर, धर्मास, मिंगसरिया, नोखागांव, श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर शहर, पेथड़ासर, कोलासर, धूपालिया, हिसार प्रांत(हरियाणा), चूरू प्रांत के पायली, नूंवा, गौरीसर, जयपुर, सीकर, जैसलमेर ,नागौर समेत अनेक स्थानों से स्वयंसेवकों ने शिविर में भाग लिया,बीकानेर संभाग प्रमुख रेवंतसिंह जाखासर अपने सहयोगियों सहित शिविर में उपस्थित रहे
समस्त झंझेऊ ग्रामवासियों के सहयोग द्वारा आयोजन व्यवस्था की गई शिविर के दौरान 17 अक्टूबर को द्वितीय संघप्रमुख श्रद्धेयश्री आयुवान सिंह हुडील जयंती आयोजित की गई जिसमें केंद्रीय कार्यकारी गजेन्द्र सिंह आऊ ने हुडील के जीवन परिचय व संघ व समाज के प्रति उनके योगदान पर प्रकाश डाला व बताया वे सदैव हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे




















