जयपुर अश्व वंशिय प्रजातियों में ग्लैंडर्स की रोकथाम को लेकर लिखा बोर्ड को पत्र
अश्व वंशिय प्रजातियों में ग्लैंडर्स जूनोटिक संक्रामक रोग है जो बर्कहोल्डरिया मैलेई नामक जीवाणु से होता है अश्व वंशिय प्रजातियों घोड़ों ,खच्चरों और गधों में पाया जाता है लेकिन कुत्तों, बिल्लियों, सूअरों, बकरियों और मनुष्यों को भी हो सकता है के कारण अतिहायत बरतने की जरूरत है ।
आगामी समय में पुष्कर एवं अन्य जिलों में पशु मेलों का आगाज होना है इसी दृष्टि को भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड मत्स्य पालन पशु पालन डेयरी मंत्रालय भारत सरकार के मानद प्रतिनिधि श्रेयांस बैद ने भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष को लिखे पत्र में बताया कि आगामी समय में पशुओं के मेले होने है ऐसे में पशुपालक अपने अपने पशुओं को विविध भांति से सजाकर मेलो में लाते हैं। मेला क्षेत्र में अन्य पशुओं के साथ एक भी संक्रमित पशु का होना बहुत बड़ी बाधाएं खड़ी करये हुए एनिमल एवं ह्यूमन दोनों को असुरक्षित कर सकते हैं। संभावित स्थितियों को देखते हुए समस्त प्रदेश के अश्व वंशिय प्रजातियों की जांच पड़ताल एवं उपचार करवाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है।




















