जयपुर: कांग्रेस भले ही प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी कोलचर कानून-व्यवस्था के मामले में लगातार घेर रही है. प्रदेश में अपराधों के ग्राफ बढ़ने का आरोप लगा रही है, लेकिन सरकार की ओर से दिए गए आंकड़ों की मानें तो पिछले 1 साल में अपराधों का ग्राफ गिरा है. सरकार ने मौजूदा विधानसभा सत्र में जवाब दिया है कि 1 अगस्त 2024 से लेकर 31 जुलाई 2025 तक प्रदेश में 1 लाख 93 हजार 543 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 1 अगस्त 2023 से 31 जुलाई 2024 तक 2 लाख 25 हजार 651 मामले दर्ज किए गए थे. कांग्रेस विधायक रफीक खान की ओर से पूछे गए अतारांकित सवाल का सरकार ने लिखित में जवाब दिया है.
कांग्रेस विधायक रफीक खान ने सवाल पूछा था कि प्रदेश में विगत एक वर्ष में अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है. यदि हां तो तो कितने मामले दर्ज किए गए हैं? वहीं, विगत 2 वर्षों में पुलिस हिरासत में कितनी मौतें हुई है? राज्य सरकार ने सदन में 4 सितंबर को जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश और जयपुर शहर में अपराध की घटनाओं में कमी दर्ज हुई है.
इस तरह आई गिरावट : सरकार की ओर से पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक 1 अगस्त 2023 से 31 जुलाई 2024 तक 2 लाख 25 हजार 651 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 1 अगस्त 2024 से 31 जुलाई 2025 तक 1 लाख 93 हजार 543 मामले दर्ज किए गए. ऐसे में साल 2023 के मुकाबले 1 अगस्त 2024 से 31 जुलाई 2025 तक 32 हजार 108 मामले कम दर्ज हुए हैं. इस तरह से आपराधिक मामलों में 14.23 प्रतिशत की गिरावट आई है.
महिला अत्याचार के मामलों में भी गिरावट : सरकार के रिकॉर्ड के मुताबिक महिला अत्याचार के मामलों में भी गिरावट दर्ज की गई है. 1 अगस्त 2023 से 31 जुलाई 2024 तक 40 हजार 882 मामले दर्ज किए गए. वहीं, 1 अगस्त 2024 से 31 जुलाई 2025 तक 36 हजार151 मामले दर्ज किए गए हैं. इस तरह 4731 मामले कम दर्ज हुए.
एससी-एसटी मामलों में भी गिरावट : वहीं, एससी-एसटी मामलों में भी गिरावट दर्ज की गई है. 1 अगस्त 2023 से 31 जुलाई 2024 तक अनुसूचित जाति के 7678 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं, 1 अगस्त 2024 से लेकर 31 जुलाई 2025 तक 6234 मामले दर्ज किए गए हैं. इसी तरह अनुसूचित जनजाति के भी 2571 मामले दर्ज किए गए थे. अब 1958 मामले दर्ज किए गए हैं.
जयपुर शहर में भी गिरा अपराधों का ग्राफ : वहीं, जयपुर शहर में भी अपराधों का ग्राफ गिरा है. जयपुर पुलिस कमिश्नररेट के अधीन थानों में 1 अगस्त 2023 से 31 जुलाई 2024 तक 29 हजार 724 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं, एक अगस्त 2024 से 31 जुलाई 2025 तक 25 हजार 366 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें हत्या के 24, हत्या का प्रयास के 193, डकैती के 13, लूट के 159, अपहरण के 971, दुष्कर्म के 495, बलवा के 39, नकबजनी के 855, चोरी के 7519 और अन्य मामले 1 लाख 50 हजार 38 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, सरकार ने अपने जवाब में यह भी बताया है कि पिछले 2 साल में प्रदेश भर में पुलिस हिरासत में 20 ऐसे मामले आए हैं, जिनमें लोगों हिरासत में मौत हुई है, अधिकांश मामलों की जांच चल रही है.




















