भारतीय वायुसेना का एक और जगुआर लड़ाकू विमान हादसे का शिकार हो गया है। करीब चार महीने के भीतर ही जगुआर का यह तीसरा हादसा है। इससे पहले इसी साल मार्च और अप्रैल में भी एक-एक जगुआर लड़ाकू विमान हादसे का शिकार हो गए थे। राजस्थान के चुरू जिले में बुधवार को हुई दुर्घटना में विमान में सवार दोनों पायलट की मौत हो गई।
वायु सेना ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के आदेश दिये गए हैं। बयान में कहा गया,’वायुसेना का एक जगुआर प्रशिक्षण विमान राजस्थान के चुरू के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।’इसमें कहा गया,’दुर्घटना में दोनों पायलट की मौत हो गई। किसी भी नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।’
इससे पहले दिन में, राजलदेसर के थानाधिकारी कमलेश ने बताया कि विमान दोपहर करीब 1:25 बजे भाणुदा गांव के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उन्होंने बताया कि दुर्घटना स्थल के पास मानव शरीर के अंग मिले हैं।
अप्रैल में गुजरात में क्रैश
जगुआर विमान के साथ 2025 में ही तीसरा हादसा है, जिसने बेड़े के ऑपरेशन सुरक्षा को लेकर सवाल उठा दिए हैं। इससे पहले अप्रैल में एक ट्विन सीटर जगुआर विमान गुजरात के अहमदाबाद में टेकऑफ के बाद क्रैश हो गया था। वायुसेना ने कहा था कि पायलटों को विमान उड़ाते हुए तकनीकी गड़बड़ी का अहसास हुआ और आगे जोखिम को देखते हुए वे इजेक्ट कर गए। इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई जबकि दूसरे जख्मी हो गए थे।
मार्च में अंबाला में हुई दुर्घटना
गुजरात के हादसे से पहले हरियाणा के अंबाला में भी ट्रेनिंग के दौरान एक जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में पायलट सफलतापूर्वक निकलने में कामयाब रहे थे। वायुसेना ने बताया था कि हादसे से पहले पायलट ने विमान को आबादी से दूर करने में सफलता पाई और फिर समय रहते इजेक्ट कर गए।




















