अजमेर: एमडीएस यूनिवर्सिटी के नए कुलगुरु प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल होंगे. मंगलवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं. प्रो.अग्रवाल मूलतः राजस्थान के ही निवासी हैं. शिक्षण क्षेत्र में उनका 36 वर्षों का अनुभव है. उनके कार्यभार संभालने की तिथि से 3 वर्ष या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक वे कुल पद पर रहेंगे. संभावत प्रो.अग्रवाल बुधवार को कुल गुरु ( कुलपति ) का पद भार ग्रहण करेंगे.
प्रोफेसर सुरेश अग्रवाल की नियुक्ति : एमडीएस यूनिवर्सिटी को स्थाई कुलगुरु मिल गया है. राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरि भाऊ बागडे ने राज्य सरकार के परामर्श पर प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिए हैं. प्रोफेसर अग्रवाल राजस्थान के मूल निवासी है एवं अंग्रेजी और तुलनात्मक साहित्य के वरिष्ठ प्रोफेसर है. उन्हें शिक्षण के क्षेत्र में 36 वर्षों का अनुभव है. इसमें 14 वर्ष 6 माह से वे प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने 12 वर्षों तक अंग्रेजी के प्रोफेसर के रूप में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दी है. फरवरी 2023 में गुजरात के गांधीनगर में केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यभार संभाला और तब से निरंतर वहीं अध्यापन कर रहे हैं.
प्रोफेसर अग्रवाल कई राज्य स्तरीय पुरस्कारों के अतिरिक्त भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रदत्त लीप ( लीडरशिप फ़ॉर अकाडेमिशियन्स प्रोग्राम ) जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से भी वे सम्मानित हो चुके हैं. साथ ही उन्हें फुल ब्राइट फैलोशिप भी प्राप्त हुई थी लेकिन कोविड महामारी के कारण वह इसका लाभ नहीं उठा पाए.
प्रोफेसर सुरेश अग्रवाल की शैक्षणिक उपलब्धियां और योगदान :-
- प्रो. अग्रवाल 37 पुस्तकों का लेखन एवं संपादन कर चुके हैं।
- इनमें 15 पुस्तकें Macmillan, Oxford University Press जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थाओं से प्रकाशित हुई हैं।
- UGC CARE और Scopus जर्नल्स में उनके 54 शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
- 100 से अधिक पुस्तकों में उन्होंने अध्याय योगदान दिया है।
- वे 25 पीएचडी व 40 एमफिल शोधार्थियों का निर्देशन कर चुके हैं।
- 90 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भागीदारी और 20 से अधिक का सफल आयोजन कर चुके हैं।
- नई शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा जैसे विषयों पर उन्होंने 90 से ज्यादा व्याख्यान दिए हैं।
कई केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालय में रहे नामित सदस्य : प्रोफेसर सुरेश अग्रवाल राजस्थान सरकार एवं केंद्रीय सरकार की कई नीति निर्धारण समितियां के सदस्य भी रहे हैं. वर्तमान में लखनऊ में केंद्रीय विश्वविद्यालय की योजना बोर्ड ( यूजीसी नामित सदस्य ) , बांसवाड़ा में गवर्नर बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट में गवर्नर नामित सदस्य, गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में गवर्नर नामित सदस्य, योजना बोर्ड में गवर्नर नामित सदस्य, जयपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय और कोटा विश्वविद्यालय में शैक्षणिक परिषद के सदस्य, नालंदा विश्वविद्यालय सहित अनेक केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालय की चयन समितियां के सदस्य भी रहे हैं. इसके अलावा वर्धा में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति नामित सदस्य रहे है. बीकानेर में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग एवं शैक्षणिक परिषद और कार्यकारी निकाय के सदस्य रहे हैं. प्रोफेसर सुरेश अग्रवाल देश के कई केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों में चयन समिति, योजना बोर्ड व अकादमिक परिषद के सदस्य रहे हैं. वे UGC नामित सदस्य, गवर्नर नामित सदस्य, और राष्ट्रपति नामित सदस्य के रूप में भी विभिन्न संस्थानों में योगदान दे चुके हैं.
37 पुस्तकों लेखन का किया संपादन : प्रोफेसर अग्रवाल ने 37 पुस्तकों का लेखन और संपादन किया है. इनमें 15 पुस्तक मैकमिलन, ओरिएंट ब्लैक स्वान और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस से प्रकाशित हुई है. साथ ही उनके यूजीसी केयर और स्कोपस सूचीबद्ध पत्रिकाओं में 54 शोध लेख प्रकाशित हुए हैं. इसके अलावा 100 पुस्तकों के अध्यायों में भी योगदान दिया है. वे 25 पीएचडी और शोधार्थी एवं 40 एमफिल परियोजनाओं का निर्देशन भी किया है. इसके अलावा उन्होंने देश की ख्याति नाम समाचार पत्रों में भी अपने लेख लिखते रहे हैं. प्रोफेसर अग्रवाल 90 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों एवं सम्मेलनों में विभिन्न भूमिकाओं में भाग ले चुके हैं. नई शिक्षा नीति और भारतीय ज्ञान परंपरा पर प्रत्येक विषय पर 90 से अधिक व्याख्यान उन्होंने दिए हैं. साथ ही वे 20 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों और सम्मेलनों के आयोजक भी रह चुके हैं.




















