जयपुर: पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर बाकी प्रदेश में मंगलवार को मौसम शुष्क बना रहा. पूर्वी हिस्से के कुछ भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश देखने को मिल रही है. मौसम विभाग जयपुर केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से एक्टिव नया मानसून सिस्टम भारी बारिश के बाद अब कमजोर पड़ रहा है. अगले कुछ दिन नया सिस्टम एक्टिव नहीं हाेने से बारिश से राहत रहेगी. अब यह सिस्टम पश्चिम की तरफ आगे बढ़ गया है, जिसके असर से सोमवार को माउंट आबू, सिरोही, जालौर, बाड़मेर जिलाें में भारी बारिश हुई, माउंट आबू (सिरोही) में सबसे अधिक 65.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इसके उलट राज्य के पूर्वी हिस्से में मानसून कमजोर पड़ गया.
रिकॉर्ड बारिश के बाद लौटेगा मानसून : मौसम विभाग की जयपुर केंद्र के आंकड़ों के साथ इस साल 693.1 मिली मीटर बारिश प्रदेश में दर्ज की गई है. 108 साल में यह दूसरा मौका है, जब सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. सीजन में औसत बारिश 392.45 मिमी के मुकाबले 666.46 मिमी पानी बरस चुका है. यह 69.82 प्रतिशत अधिक है. बीते साल अब तक 624.28 मिमी बारिश हुई थी. जून में 125.3 मिमी, जुलाई में 290 मिमी और अगस्त में 184 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं, 1 से 8 सितंबर के बीच 94 मिमी बरसात हो चुकी है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 20 सितंबर के बाद प्रदेश में मानसून की विदाई हो जाएगी और बरसात का दौर रुक जाएगा.
437 बांध हुए ओवरफ्लो : प्रदेश के कुल 693 बांधों में से 437 बांध ओवरफ्लो हाे चुके हैं. महज 92 बांध खाली हैं, 164 में आंशिक आवक हुई है. इस दौरान 63 फीसदी बांधों का गला तर हो चुका है. पूर्व में बीसलपुर बांध, दक्षिण में माही बजाज सागर बांध और पश्चिम में जवाई बांध से पानी को छोड़ा गया है. जल संसाधन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि राज्य के बांधों में 13029.09 एमक्यूएम के मुकाबले 11426.52 एमक्यूएम पानी आया है, जाे कुल क्षमता का 87.70 फीसदी है. चंबल के तीन बांधों के गेट 43 घंटे बाद सोमवार को बंद कर दिए गए हैं. कोटा बैराज के गेट से पानी की निकासी जारी रही, राणाप्रताप सागर का जलस्तर 1156.28 फीट पर, गांधीसागर का 1308.86 फीट पर, जवाहर सागर का जलस्तर 975 फीट पर बना हुआ है.
जवाई और बीसलपुर से पानी निकासी जारी: पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जलस्रोत जवाई बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. मंगलवार दोपहर 2 बजे तक बांध का गेज 60 फीट तक पहुंच गया, जबकि इसकी कुल क्षमता 7000 एमसीएफटी है. जलस्तर नियंत्रित रखने के लिए प्रशासन ने बांध के 13 गेटों में से 4 गेट खोले हैं. इनमें गेट नंबर-02, 03, 04 और 10 को एक-एक फीट तक खोला गया है. इसके पहले आज सुबह बांध का गेज 60 फीट दर्ज किया गया. प्रशासन ने बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नदी किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की अपील की गई है. वहीं, बीसलपुर बांध परियोजना से भी पानी की निकासी जारी है. यहां बांध के 6 गेट खोलकर करीब 84,140 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इनमें रेडियल गेट नंबर 10 और 11 को 3-3 मीटर तथा गेट नंबर 8, 9, 12 और 13 को 2-2 मीटर की ऊंचाई तक खोला गया है. तेज बारिश और कैचमेंट एरिया में बढ़ती पानी की आवक के कारण बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसके चलते डाउनस्ट्रीम में बह रही बनास नदी उफान पर है.
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और मौसम की स्थिति के अनुसार पानी की निकासी नियंत्रित की जा रही है. प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके.
पश्चिम में शिफ्ट हुआ बारिश का सिस्टम: दक्षिणी पश्चिमी राजस्थान के ऊपर बना अवदाब आज और तीव्र होकर डीप डिप्रेशन में तब्दील होकर दक्षिण पूर्वी पाकिस्तान और आसपास के लगे राजस्थान, भुज क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है. इसके आगामी 24 घंटों में धीरे-धीरे पश्चिम की ओर आगे बढ़ने और कमजोर होकर फिर से अवदाब में परिवर्तित होने की प्रबल संभावना है.
यहां बारिश की संभावना: 9 सितंबर को जैसलमेर, बाड़मेर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने और शेष अधिकांश भागों में आगामी एक सप्ताह बारिश की गतिविधियों में तेजी से कमी होने की संभावना है. केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं. पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर, जयपुर, अजमेर, उदयपुर संभाग के अधिकांश भागों में आगामी एक सप्ताह बारिश की गतिविधियों में गिरावट जारी रहने और केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश भागों में भी आगामी दिनों में बारिश की गतिविधियों में तेजी से गिरावट होने और 11 सितंबर से अधिकांश भागों में आगामी एक सप्ताह मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की प्रबल संभावना है. मौसम विभाग का अनुमान है कि इस दौरान तापमान में भी 2 से 3 डिग्री का इजाफा हो सकता है.
पश्चिमी राजस्थान में हुई ज्यादा बारिश: मौसम विभाग का कहना है कि पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के पूर्वी हिस्से में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई और एक स्थान पर भारी वर्षा दर्ज की गई. पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई और एक स्थान पर भारी वर्षा दर्ज की गई. राज्य में सर्वाधिक वर्षा नोखडा (बाड़मेर) में 82.0 मिलीमीटर दर्ज की गई.
यहां इतनी बारिश: पूर्वी राजस्थान में माउंट आबू तहसील (सिरोही) में 7 सेमी. रेवदर (सिरोही) में 1 सेमी. बारिश दर्ज की गई. वहीं कहीं-कहीं पर 1 सेमी. से कम वर्षा दर्ज हुई. पश्चिमी राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा नोखड़ा (बाड़मेर) में 8 सेमी. दर्ज की गई. इसके अलावा सांचौर (जालौर) 5 सेमी., जसवंतपुरा (जालौर) 3 सेमी., बागोड़ा (जालौर) 3 सेमी., सिंदरई (बाड़मेर) 3 सेमी., गडरारोड (बाड़मेर) 2 सेमी., रामसर (बाड़मेर) 2 सेमी., बायतू (बाड़मेर) 2 सेमी., गिड़ा (बाड़मेर) 2 सेमी., छोटान (बाड़मेर) 1 सेमी., रानीवाड़ा (जालौर) 1 सेमी., जैसलमेर (जैसलमेर) 1 सेमी., बाड़मेर (बाड़मेर) 1 सेमी., पचपदरा (बाड़मेर) 1 सेमी., जैसलमेर तहसील (जैसलमेर) 1 सेमी., सेंदवा (बाड़मेर) 1 सेमी. और सिवाना (बाड़मेर) 1 सेमी. वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा कुछ स्थानों पर 1 सेमी से कम बारिश दर्ज हुई.




















