अस्पतालों को लेकर कई बाग कहा जाता है कि मरीजों को बेड नहीं मिला या समय पर इलाज नहीं मिल पाता, अस्पतालों में जगह की कमी है. कुछ मामले सही भी होते हैं लेकिन आपको एक ऐसी खबर बता रहे हैं जो मेडिकल लाइन में एक उम्मीद जगा रही है. खबर है AIIMS की. क्या खबर है कैसे हुआ ये कीर्तिमान जानेंगे आगे एस आर्टिकल में.
क्या आप सोच सकते हैं कि एक ही अस्पताल में एक साल में 50 लाख से अधिक मरीजों का इलाज कर दिया जाए? यह आंकड़ा किसी कहानी जैसा ही लगता है. लेकिन एम्स,दिल्ली ने सच में इस हिसाब से एम्स ने एक कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. इस दौरान उनकेOPD (आउट-पेशेंट डिपार्टमेंट) और IPD (इन-पेशेंट डिपार्टमेंट) में जो संख्या दर्ज हुई है वह सिंगापुर की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है वो भी एक साल में!
शुरुआत करते हैं OPD से
जहाँ मरीज अपनी दिक्कतें लेकर आते हैं डॉक्टर उन्हें देखते हैं,जरूरत पड़े तो इलाज शुरू होता है. एम्स ने पिछले साल रिकॉर्ड किए गए आंकड़ों में लगभग 42.55 लाख OPD विज़िट्स दर्ज किए, जो काफी हैरान कर देने वाला है. इसके अलावा IPD यानी अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी 2.8 लाख से अधिक थी.
ओपीडी में करीब 50 लाख लोगों का इलाज
आपको बता दें कि 15 अगस्त 2025 को एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने एक साल का ब्यौरा दिया. जिसके आंकड़ों ने चौंका दिया है. जिसमें बताया गया कि पिछले एक साल में एम्स की ओपीडी में करीब 50 लाख लोगों का इलाज कराया गया. इसके साथ ही बताया कि साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोगों की अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही अस्पताल के अलग-अलग विभागों में करीब 3 लाख सर्जरी की गई.
- इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी की कैपेसिटी को बढ़ावा
- 15,000 से ज्यादा एमआरआई की गईं.
- HIV Drug Resistance Testing LABस्थापित की गई.
- 20 राज्यों में 25 ड्रग ट्रीटमेंट क्लीनिक खोले गए.
- 73 एडिक्शन ट्रीटमेंट सुविधाएं विकसित की गयी.
- 1379 प्रोफेशनल्स ट्रेंड किए गए.
यह कीर्तिमान क्यों ज़रूरी है?
एम्स के इस कीर्तिमान से ये सीखने की जरूरत है कि एक सरकारी संस्थान जनता की सेवा में किस लेवल पर काम कर सकता है. यहां सिर्फ मरीजों की संख्या पर बात नहीं हो रही बल्कि बहतरीन और भरोसे के साथ लोगों का इलाज करने की है.
एम्स की यह क्षमता और इतने बड़े स्तर पर निरंतर काम करना- वाकई काबिल-ए-तारीफ़ है. यह अस्पताल की उत्कृष्ट तैयारी,अनुभवी डॉक्टरों,नर्सिंग स्टाफ,प्रशासनिक व्यवस्था और आधुनिक सुविधाओं का संगम है. साथ ही,यह समाज में एक भरोसे का नाम बन चुका है,जिसे लोग देशभर से उपचार के लिए चुनते हैं.




















