जयपुर: राजस्थान में एक दिन के अंतराल के बाद मानसून एक बार फिर सक्रिय होने जा रहा है. मौसम विभाग ने आगामी 3-4 सप्ताह के लिए पूर्वानुमान जारी किया है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से बन रहा लो-प्रेशर सिस्टम गुजरात के रास्ते राजस्थान में प्रवेश कर सकता है, जिससे दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं. 15 अगस्त के बाद जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, पाली, कोटा, उदयपुर और दक्षिणी राजस्थान में अच्छी बारिश की संभावना है. यह फसलों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है.
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दो दिन तक बारिश में कमी, फिर जोरदार वापसी: राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां फिलहाल कम बनी रहेंगी, लेकिन 14 अगस्त के बाद बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाएं सक्रिय होने लगेंगी, जिसके कारण 15 अगस्त से पूर्वी राजस्थान में और 16 अगस्त से पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर तेज होगा. कोटा संभाग में 15 अगस्त को और हाड़ौती के साथ-साथ उदयपुर संभाग में 16 अगस्त को कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से बनने वाला लो-प्रेशर सिस्टम 16 से 19 अगस्त के बीच राजस्थान को प्रभावित करेगा. यह सिस्टम गुजरात के तटीय इलाकों से होते हुए दक्षिणी और पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश ला सकता है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 18-19 अगस्त को इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है.
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मॉनसून ट्रफ का बदलाव: 13 अगस्त को मानसून ट्रफ उत्तरी और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में शिफ्ट होगी, जिससे गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, अलवर और भरतपुर जिलों में मध्यम से तेज बारिश शुरू हो जाएगी. 15-16 अगस्त को मानसून ट्रफ फलौदी, बीकानेर, नागौर, अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा होते हुए लो-प्रेशर क्षेत्र तक बनी रहेगी, जिससे अजमेर, कोटा, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर, बीकानेर और जोधपुर संभाग में तेज बारिश का दौर रहेगा.
अगले सिस्टम की संभावना: मौसम विभाग के अनुसार 18-20 अगस्त के बीच बंगाल की खाड़ी में एक और लो-प्रेशर सिस्टम बनने की संभावना है, जो डिप्रेशन का रूप ले सकता है. यह कोटा और उदयपुर संभाग के आसपास से दक्षिण राजस्थान और उत्तर गुजरात की ओर बढ़ेगा, जिससे इन इलाकों में भी अच्छी बारिश होगी. इसके बाद 24-26 अगस्त के बीच तीसरा सिस्टम बनने की संभावना है, जो जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, जोधपुर और बीकानेर संभाग में भारी से अतिभारी बारिश करवा सकता है. फिलहाल प्रदेश में हवाएं दक्षिण-पूर्वी बनी हुई हैं. दक्षिण-पूर्वी जोधपुर संभाग के जालोर, सिरोही और बालोतरा में स्थानीय सर्कुलेशन के कारण 48 घंटों में खंड वर्षा के आसार हैं.
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पूर्वी राजस्थान में बरसे मेघ: पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज हुई, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा. सबसे अधिक बारिश धौलपुर में 32.0 मिमी दर्ज की गई. इसके अलावा धौलपुर के सल्लोपत में 10.0 मिमी, बांसवाड़ा और माउंट आबू में 10.0 मिमी, सिरोही के खुशालगढ़ में 5.0 मिमी, बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ में 4.0 मिमी, सैपऊ में 3.0 मिमी, बारां, दिगोद और कोटा में भी हल्की बारिश दर्ज हुई. इस दौरान मंगलवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 36.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राज्य में सबसे अधिक था, वहीं न्यूनतम तापमान सिरोही में 19.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.




















