सिरोही : जिले के आबूरोड रीको थाना क्षेत्र के डेरी रपट पर रविवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया. अम्बाजी से डेरी जा रही एक जीप अचानक रपट पर आए तेज बहाव में बह गई और सीधे नदी के गड्ढे में जा गिरी. गनीमत रही कि हादसे के समय जीप में केवल चालक ही मौजूद था, जिसने किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकलने में सफलता पाई.
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब 8 बजे जीप चालक देवाराम गरासिया अम्बाजी से अकेले डेरीफली गांव की ओर जा रहा था. इसी दौरान डेरी रपट पर पानी का बहाव अधिक होने से जीप नियंत्रण खो बैठी और बहकर करीब 70 फीट दूर नदी के गड्ढे में जा गिरी. हादसे के बाद चालक ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकलकर पुलिस को सूचना दी.सूचना मिलते ही आबूरोड रीको थाना अंतर्गत छापरी चौकी से एसआई भवानी सिंह मय टीम मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों की मदद से रस्से के सहारे जीप को बाहर निकाला गया. एसआई भवानी सिंह ने बताया कि घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, चालक पूरी तरह सुरक्षित है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के दिनों में डेरी रपट पर अक्सर पानी का बहाव तेज रहता है, जिसके चलते दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. ग्रामीणों ने प्रशासन से रपट पर सुरक्षा व्यवस्था एवं चेतावनी संकेत लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके.
बारिश के दौरान हादसा, पुराना मकान धराशायी : इधर सिरोही शहर में रविवार को हुई तेज बारिश के बीच राठौड़ लाइन क्षेत्र में एक पुराना मकान अचानक भरभराकर गिर पड़ा. मकान गिरने से जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद आसपास के लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए. हादसे में गिरे मलबे की चपेट में रोड पर खड़ी दो बाइक पूरी तरह दब गईं. गनीमत रही कि इस दौरान कोई व्यक्ति मलबे की चपेट में नहीं आया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. घटना की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन दल और नगरपरिषद की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत राहत कार्य शुरू किया. JCB मशीन की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है. अचानक हुए इस हादसे से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया है और लोग अब जर्जर मकानों को लेकर चिंतित हैं. नगरपरिषद ने ऐसे पुराने और जर्जर भवनों की सूची बनाने व समय पर हटाने की कार्रवाई तेज करने का आश्वासन दिया है.
मूसलाधार बारिश से बांध लबालब, प्रशासन अलर्ट : जिले में शनिवार शाम से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है. जिले के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के चलते नदी-नालों में पानी की आवक तेज हो गई है. जिले के कई बांध पूरी क्षमता तक भर चुके हैं और उनमें से पानी का ओवरफ्लो भी शुरू हो गया है. लगातार हो रही बारिश ने जहां जलस्त्रोतों को लबालब कर दिया है, वहीं निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बनी हुई है.
बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिण्डवाड़ा में सर्वाधिक 134 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा माउंट आबू में 110 मिमी, देलदर में 105 मिमी, रेवदर में 84 मिमी, सिरोही में 81 मिमी, शिवगंज में 80 मिमी और आबूरोड में 62 मिमी बारिश दर्ज की गई. भारी बारिश के कारण पिण्डवाड़ा, देलदर, रेवदर, आबूरोड और शिवगंज सहित विभिन्न इलाकों में जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के कई बांध ओवरफ्लो हो रहे हैं. इनमें वेस्ट बनास (पिंडवाड़ा), टोकरा (रेवदर), भूला (पिंडवाड़ा), कादंबरी (पिंडवाड़ा), बत्तीसा नाला (देलदर), करोड़ीध्वज (रेवदर), बगेरी (आबूरोड), वासा और वालोरिया (पिंडवाड़ा) प्रमुख हैं. अन्य बांधों और जलाशयों में भी पानी की तेज आवक जारी है, जिससे जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
माउंट आबू में झरनों में भी पानी की तेज आवक देखी जा रही है. नक्की लेक ओवरफ्लो होने लगी है और बारिश के बाद यहां का मौसम खुशनुमा हो गया है. हालांकि, भारी बारिश के चलते आबूरोड-माउंट आबू मार्ग पर 20 नंबर पिलर के पास सड़क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. मिट्टी खिसकने से सड़क पर खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते प्रशासन ने मौके पर बैरिकेटिंग की है. झरड़िया झरने के पास भी एक बड़ी चट्टान सड़क पर गिर गई, जिसे हटाने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.
उधर, शिवगंज में सुमेरपुर को जोड़ने वाला पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. जिला प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से पुल पर आवाजाही बंद करवा दी है और बैरिकेटिंग लगवा दी है. हालात का जायजा लेने के लिए जिला कलक्टर अल्पा चौधरी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने संबंधित विभागों को सतर्कता बरतने और राहत-कार्य की तैयारियां दुरुस्त रखने के निर्देश दिए.




















