रविवार को जारी एक आधिकारिक सर्वे के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्धविराम को 90 दिनों के लिए और बढ़ाए जाने के बाद, अगस्त में चीन की फैक्ट्री एक्टीविटी में गिरावट दर्ज की गई. खास बात तो ये है कि चीन ये आंकड़े लगातार 5वें महीने में देखने को मिले हैं. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में पीएमआई जुलाई के 49.3 से बढ़कर अगस्त में 49.4 हो गया, जो दर्शाता है कि पिछले महीने की तुलना में गिरावट धीमी रही. पीएमआई को 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है, जहां 50 से ज्यादा को बेहतर और उससे नीचे को कमजोर माना जाता है. इस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग, नए ऑर्डर और कच्चे माल की लिस्ट को मापने वाले इंडेक्स में बढ़ोतरी हुई. लेकिन रोजगार को मापने वाले इंडेक्स में मामूली गिरावट देखी गई.
चीन की इकोनॉमी पर खतरा
यह सर्वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयात शुल्क में भारी बढ़ोतरी को 90 दिनों के लिए रोक दिए जाने के कुछ हफ़्ते बाद आया है. लेकिन अमेरिका को निर्यात पर शुल्क को लेकर अनिश्चितता अभी भी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी पर मंडरा रही है. इससे चीन की इकोनॉमी पर दबाव और बढ़ गया है, जिसमें प्रॉपर्टी सेक्टर में मंदी से लेकर बेरोजगारी दर में वृद्धि और अन्य कारक शामिल हैं. चीन मूसलाधार मौसमी बारिश के कारण आई बाढ़ का भी सामना कर रहा है जिससे देश के कुछ हिस्सों में व्यावसायिक गतिविधियां बाधित हुई हैं. लेकिन राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के सीनियर अधिकारी झाओ किंघे ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में पीएमआई, गैर-मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और ओवरऑल, सभी में अगस्त में वृद्धि देखी गई, जो यह संकेत देता है कि देश की ओवरऑल आर्थिक भावना में सुधार जारी है.
चीनी मंत्री ने किया था दौरा
शनिवार को एक बयान में, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उसके इंटरनेशनल ट्रेड प्रतिनिधि ली चेंगगांग ने पिछले सप्ताह अमेरिका का दौरा किया और अमेरिकी अधिकारियों के साथ अपने राष्ट्राध्यक्षों की सहमतियों के कार्यान्वयन और दोनों पक्षों के बीच व्यापार वार्ता, साथ ही दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों पर चर्चा की. मंत्रालय ने कहा कि ली ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और अमेरिका को आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और दोनों पक्षों के लिए लाभकारी सहयोग, मतभेदों को दूर करने और समान संवाद के माध्यम से सहयोग का विस्तार करने के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए. उन्होंने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने व्यापारिक प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की.




















