जयपुर: राजस्थान में मानसून फिर सक्रिय हो गया है. बीते 24 घंटों से प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई. राज्य में रविवार रात से लगातार बारिश ने कई जिलों में जनजीवन प्रभावित कर दिया. इसी बीच मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 32 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया. लगातार बारिश और संभावित जोखिम को देखते जोधपुर, सीकर, झुंझुनू, अलवर, कोटपूतली-बहरोड़, टोंक और सिरोही जिलों में 1 सितंबर को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई. जयपुर कलेक्टर ने ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों को हालात के आधार पर अवकाश घोषित करने का अधिकार दिया.
सितंबर में ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सितंबर 2025 के लिए जारी मासिक आउटलुक में कहा कि इस बार देशभर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. अनुमान के मुताबिक, सितंबर में औसत वर्षा दीर्घकालिक औसत (LPA) से 109% या उससे अधिक रह सकती है. आंकड़ों के अनुसार (1971-2020) सितंबर माह का औसत वर्षा स्तर 167.9 मिमी है. इस बार के पूर्वानुमान में पूर्वोत्तर, पूर्वी और दक्षिण भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश के आसार हैं, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में औसत से कम बारिश हो सकती है.
कृषि के लिहाज से लाभकारी: विभाग का कहना है कि अधिक वर्षा कृषि और जल संसाधनों के लिहाज से लाभकारी होगी, लेकिन इससे बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं. राज्यों को आपदा प्रबंधन की तैयारियां मजबूत करने की सलाह दी है. कुल मिलाकर सितंबर का पहला हफ्ता राजस्थान के लिए बारिश और अलर्ट से भरा रहेगा. भारी बारिश से जहां खेतों को फायदा मिलेगा, वहीं जनजीवन भी प्रभावित हो सकता है.
सामान्य से कम रहेगा तापमान: मौसम विभाग ने बताया कि सितंबर में सतही वायु तापमान सामान्य से नीचे रह सकता है. पश्चिम-मध्य, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत के कई इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे कम रहने की संभावना है. इसके पीछे मुख्य कारण महासागरीय परिस्थितियां हैं. प्रशांत महासागर में अल नीनो-दक्षिणी दोलन न्यूट्रल स्थिति में है, जबकि हिंद महासागर में इंडियन ओशियन डाइपोल की स्थिति विकसित हो रही है. इन परिस्थितियों से मानसून को अतिरिक्त मजबूती मिल रही है.
राजस्थान में बारिश का असर: प्रदेश में मानसून ट्रफ लाइन इस समय सक्रिय है. इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में परिसंचरण तंत्र और ऊपरी वायुमंडल में पश्चिमी विक्षोभ भी असर डाल रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को बीकानेर संभाग, शेखावाटी, जयपुर, उदयपुर, भरतपुर और जोधपुर संभाग के कई हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश दर्ज हो सकती है. मौसम विभाग ने कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा और झुंझुनू-अलवर में अति भारी बारिश को देखते ऑरेंज अलर्ट जारी किया. बारां, बूंदी, जयपुर, झालावाड़, नागौर, डीडवाना-कुचामनसिटी, चूरू, सीकर और कोटा में भारी बारिश का येलो अलर्ट घोषित किया गया है. पाली, जालोर, उदयपुर, टोंक, सिरोही, सवाई माधोपुर, सलूम्बर, राजसमंद, प्रतापगढ़, करौली, डूंगरपुर, धौलपुर, डीग, दौसा, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, भरतपुर, बांसवाड़ा और अजमेर में भी बारिश की संभावना है
दो दिन भारी बारिश का अलर्ट
- मौसम विभाग ने 1 और 2 सितंबर 2025 को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश और मेघगर्जन की चेतावनी दी.
- पूर्वी राजस्थान: अजमेर, अलवर, भरतपुर, बूंदी, दौसा, कोटा, झालावाड़, सवाई माधोपुर और टोंक में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना.
- जयपुर, झुंझुनूं, करौली और प्रतापगढ़ में 1 सितंबर को हल्की बारिश और मेघगर्जन, जबकि 2 सितंबर को भारी वर्षा की संभावना.
- पश्चिमी राजस्थान: बीकानेर, चूरू, डीडवाना-कुचामन, जैसलमेर, नागौर और पाली जिलों में भारी बारिश और मेघगर्जन का अलर्ट.
- जालोर, जोधपुर और श्रीगंगानगर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ मेघगर्जन का पूर्वानुमान.
- विभाग ने बताया कि 3 और 4 सितंबर से बारिश का असर धीरे-धीरे कम होगा और मौसम सामान्य होने लगेगा.
इन इलाकों में बारिश का दौर जारी: रविवार से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर बना है. इस दौरान जयपुर शहर में 81 मिमी बारिश दर्ज की, जो जिले में सर्वाधिक रही. रविवार देश शाम यहां मेघगर्जन और तेज बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया. अजमेर रोड, टोंक रोड, सीकर रोड, वैशाली नगर, सिरसी रोड, निवारू और 200 फीट बाईपास जैसे प्रमुख इलाकों में एक से दो फीट तक पानी भर गया. एसएमएस और जेके लोन अस्पताल के सामने जलभराव के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. सोमवार को राजधानी में बादल छाए रहे और हल्की फुहारों का दौर देखने को मिला. जोधपुर संभाग मुख्यालय के साथ पाली, सिरोही और जालौर में, जयपुर संभाग के सीकर, झुंझुनू, अलवर और दौसा में रुक-रुक कर बारिश जारी रही.




















