साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मामलों में अपराधी आमतौर पर आकर्षक ऑफर और भारी मुनाफे का लालच देकर लोगों को जाल में फंसाते हैं। एक बार पैसे ट्रांसफर करने के बाद आरोपी संपर्क तोड़ देते हैं।
राजधानी में साइबर अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शहर के अलग.अलग थानों में दो बड़े साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें शिकार बने लोग समाज के अलग.अलग वर्गों से हैं। मालवीय नगर और मुरलीपुरा थाना क्षेत्रों में हुई इन घटनाओं से आमजन में खौफ और चिंता का माहौल है।
पहला मामला मालवीय नगर थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाली महिला दिशा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उससे साइबर फ्रॉड कर 3 लाख रुपये हड़प लिए। महिला ने बताया कि 25 सितंबर को ऑनलाइन लेनदेन के बहाने उससे धोखाधड़ी की गई। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आईपी एड्रेस और कॉल डिटेल्स खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दूसरा मामला मुरलीपुरा थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां के निवासी गोपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा दिलाने का लालच दिया। पीड़ित का कहना है कि एक फर्जी कंपनी के नाम पर उनसे लगातार संपर्क किया गया। 9 जुलाई से 4 सितंबर के बीच उनसे कुल 47 लाख 71 हजार 500 रुपये अलग.अलग खातों में जमा कराए गए। बाद में जब रिटर्न और मुनाफा मांगने पर कोई जवाब नहीं मिला तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। अब मामला दर्ज किया गया है।
‘इतिहास में ऐसा पहली बार’, पीएम मोदी ने बताया RSS पर जारी डाक टिकट और सिक्के में क्या है खास
पुलिस ने दोनों मामलों में बीएनएस के तहत केस दर्ज किया है। अधिकारियों का कहना है कि इन मामलों में प्रोफेशनल साइबर गैंग शामिल हो सकते हैं, जो कॉल सेंटर या ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्स के जरिए लोगों को फंसाते हैं। साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मामलों में अपराधी आमतौर पर आकर्षक ऑफर और भारी मुनाफे का लालच देकर लोगों को जाल में फंसाते हैं। एक बार पैसे ट्रांसफर करने के बाद आरोपी संपर्क तोड़ देते हैं।




















