सिर्फ मेहनत और लगन से ही नहीं बल्कि इच्छाशक्ति से भी सीमित साधन में बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है. ICAI CA 2025 मई सेशन का रिजल्ट जैसे ही आया लोगों को प्रेमा जयकुमार (CA Prema Jayakumar) की याद आ गई. उन्होंने वर्ष 2013 में सीए टॉपर बनी थी. उन्होंने 24 वर्ष की उम्र में देशभर में आयोजित चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) की परीक्षा में शानदार परफॉर्म किया था. इस परीक्षा में उन्होंने 800 में से 607 अंक (75.88%) प्राप्त किए और टॉप रैंक हासिल की.
एक ही प्रयास में सीए परीक्षा पास, टॉप रैंक हासिल
खास बात यह रही कि प्रेमा और उनके भाई धनराज दोनों ने पहली बार में ही यह कठिन परीक्षा पास कर ली. मुंबई के मालाड क्षेत्र में रहने वाले ऑटोरिक्शा चालक जयकुमार पेरुमल ने शिक्षा को लेकर अपने जीवन की कमी को अपने बच्चों की ताकत बनाने का संकल्प लिया था. वह पढ़ा-लिखा नहीं हैं लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि अपने बच्चों के पढ़-लिख कर कुछ बड़ा करें.
सीमित संसाधन, असीम मेहनत
300 वर्ग फीट की छोटी सी चॉल में पढ़ाई करना आसान नहीं था. फिर भी प्रेमा ने इस चुनौती को कभी अपनी बाधा नहीं बनने दिया. अगर आप लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है. वह इस परीक्षा में सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया.
साथ पढ़ाई की ताकत
प्रेमा और उनके भाई ने साथ मिलकर पढ़ाई की. बीकॉम के साथ सीए की तैयारी कर ने के दौरान धनराज और प्रेमा एक-दूसरे से सवालों पर चर्चा करते थे, जिससे विषयों को समझना आसान हो गया था. साथ में पढ़ाई करना उनके लिए बहुत फायदेमंद रहा.
शिक्षा के लिए सब कुछ कुर्बान
जयकुमार और उनकी पत्नी ने अपनी सीमित आमदनी के बावजूद बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी. तमिलनाडु के विल्लुपुरम में स्थित अपने पैतृक खेत को बेचकर उन्होंने बच्चों की शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया. जयकुमार लगभग 15,000 मासिक आय से घर चलाते थे.
संघर्षों के बीच आशा की किरण
जयकुमार ने केवल पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई की थी, जबकि उनकी पत्नी तीसरी तक ही पढ़ पाईं और कुछ वर्षों तक हाउस-हेल्प के रूप में काम करती रहीं. बावजूद इसके, उन्होंने कभी अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आने दी. उन्होंने ठान लिया था कि हमारी गरीबी प्रेमा की पढ़ाई में आड़े नहीं आएगी.
करियर की अगली सीढ़ी
प्रेमा ने नागिनदास खंडवाला कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और मुंबई विश्वविद्यालय से एमकॉम करते हुए सीए की तैयारी की. उन्होंने दिसंबर 2008 में सीपीटी (CPT) और नवंबर 2009 में आईपीसीई (IPCE) दोनों समूह सफलतापूर्वक पास किए.




















