Bikaner : मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में हुए उल्लेखनीय कार्य
बीकानेर (श्रेयांस बैद )। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। इसमें राजस्थान ग्रामीण आजीविका परिषद की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। बीकानेर जिला भी इस दिशा में संकल्पबद्धता के साथ कार्य कर रहा है।
राजीविका के जिला प्रबंधक दिनेश मिश्रा ने बताया कि जिले में 513 स्वयं सहायता समूहों का गठन कर 7 हजार 788 महिलाओं को समूहों के माध्यम से राजीविका से जोड़ा गया है। एक हजार 249 स्वयं सहायता समूहों को 206.75 लाख रुपए रिवॉल्विंग फण्ड और 1 हजार 9 स्वयं सहायता समूहों को 966.96 लाख रुपये की सामुदायिक निवेश राशि प्रदान की गई।
390 स्वयं सहायता समूहों को 64 ग्राम संगठनों से जोड़कर उनको कलस्टर लेवल फेडरेशन की सदस्यता दिलवाई गई है। दो हजार 818 ग्रामीण महिलाओं को क्षमतावर्धन के लिए परियोजना के माध्यम से समिति प्रशिक्षण दिया गया।राजीविका महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के घरों में 7 हजार 341 पोषण वाटिकाओं का निर्माण कर महिलाओं को जैविक कृषि के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वित्तीय समावेशन के तहत 2 हजार 650 स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए 60 करोड़ रुपए से अधिक राशि का ऋण, बैंकों के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया है।
लखपति दीदी योजना के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपए सेे अधिक किया जाना है। वर्तमान में जिले में 23 हजार 936 लखपति दीदियों की वार्षिक आय 1 लाख रुपए से अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए राजीविका के माध्यम से जिले में 929 सोलर दीदियों का चयन किया गया है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशनः स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोगाम के तहत वन स्टॉप सुविधा के अन्तर्गत जिले के दो बीकानेर और लूणकरनसर ब्लॉक का चयन किया गया है।

दोनों ब्लॉक में बिजनेस डेवलपमेंट सर्विस प्रोवाइडर का चयन कर इन ब्लॉक्स के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग देकर उद्यमिता विकास का कार्य किया जा रहा है। अब तक 191 महिला व्यवसायियों को 78 लाख रुपए का वित्तीय सहयोग प्रदान किया गया है। दीदी कैंटीन पहल के तहत जिले में दो जिला स्तरीय कैंटीन एवं आठ ब्लॉक स्तरीय कैंटीन का संचालन महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है, जिससे पिछले दो वर्षो में 17.65 लाख रुपए का बिजनेस किया गया है।
ग्रामीण महिलाओं के हस्त निर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए सात दिवसीय राजसखी बीकाणा मेला का आयोजन करवाया गया। जिसमें 50 स्वयं सहायता समूहों को निःशुल्क स्टॉल उपलब्ध करवाई गई तथा इस मेले में 12 लाख रुपये के उत्पादों की बिक्री हुई।
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राजस्थान महिला निधि द्वारा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए अत्यन्त कम ब्याज दरों पर वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। ‘सुविधा ऋण योजना’ एवं ‘मुख्यमंत्री लखपति दीदी ऋण योजना’ के माध्यम से आसान ऋण वितरित कर महिलाओं की घरेलू और व्यवसायिक जरूरतों को पूरा किये जाने हेतु जिले में राजीविका स्वयं सहायता समूहों की कुल 1 हजार 611 महिलाओं को 7 करोड़ 46 लाख 17 हजार 166 रुपये की ऋण राशि वितरित कर आर्थिक सम्बल प्रदान किया गया है।
Bikaner : मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में हुए उल्लेखनीय कार्य




















