राम सबमें है, राम सबके साथ है, दीनबंधु राम नाम का सार है- प्रियंका गांधी वाड्रा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्विट पर लिखा कि, सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं। भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने एक व्यक्तव्य में कहा, दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी अमिट छाप है। भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्ष से हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलौकित है। भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म नीति कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदारता, प्रेम, पराक्रम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है। उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक राम कथा अनेक रूपों में स्वयं को अभिव्यक्त करती चली आ रही है। श्रीहरि के अनगिनत रूपों की तरह ही राम कथा हरि कथा अनंता है।
प्रियंका ने लिखा कि युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम शबरी के हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के भी हैं और भास के भी। राम कम्बन के भी हैं, और एषुत्तच्छन के भी। राम कबीर के भी हैं, तुलसी के हैं, रैदास के हैं। सबके दाता राम हैं। गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है।
सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं।
भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।
मेरा वक्तव्य pic.twitter.com/ZDT1U6gBnb
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 4, 2020