राम मंदिर भूमिपूजन की तैयारी पूरी, दोपहर 12 बजकर 44 मिनट पर शुभ मुहर्त
अयोध्या में आज होने वाले राम मंदिर भूमिपूजन की सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ”श्री राम जन्मभूमि मंदिर” के शिलान्यास के मौके आज खुद अयोध्या में मौजूद होंगे। इसकी जानाकरी पीएमओ की ओर से भी दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राम मंदिर भूमि पूजन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी हनुमानगढ़ी में पूजा और दर्शन करेंगे।
राम मंदिर भूमिपूजन के मौके पर पीएम मोदी करेंगे एक स्मारक डाक टिकट जारी
हनुमानगढ़ी में पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ”श्री राम जन्मभूमि” जाएंगे जहां वह ‘भगवान श्री रामलला विराजमान’ की पूजा और दर्शन में शामिल होंगे। बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री पारिजात का पौधा लगाएंगे और फिर भूमिपूजन करेंगे। मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए वह एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और इस मौके पर ”श्री राम जन्मभूमि मंदिर” पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे।
अयोध्या में मीलों पहले से ही भूमिपूजन को लेकर राजमार्गों पर होर्डिंग्स लगी हुई हैं। इन होर्डिंग्स में बस एक ही संदेश लिखा है कि पीएम मोदी भूमिपूजन करेंगे। अयोध्या में 4 अगस्त की रात दिवाली मनाई गई।
175 मेहमाम होंगे शामिल, राजनीतिक उपस्थिति में पीएम मोदी और सीएम योगी दो बड़े नाम
अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन और वहां मौजूद 175 मेहमानों को देखने के लिए बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। लेकिन शिलान्यास में प्रमुख राजनीतिक उपस्थिति प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रहने वाली है।
पीएम मोदी और सीएम योगी दोनों ही इसके लिए उपयुक्त हैं क्योंकि दोनों हिन्दुत्व के प्रति अपनी अटल निष्ठा के लिए जाने जाते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी के नाते नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की 1990 में हुई राम रथ यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
वहीं योगी आदित्यनाथ के गुरू स्वर्गीय महंत अवैद्यनाथ ने 1984 में बने साधुओं और हिन्दू संगठनों के समूह की अगुवाई कर मंदिर आंदोलन में अहम योगदान दिया था।
जानें राम मंदिर भूमिपूजन में किन-किन लोगों को मिला आने का न्योता
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण सूची भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के परासरन एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ ”निजी तौर पर चर्चा” करके तैयार की गई है।
उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे।
चंपत राय ने कहा कि विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल कार्यक्रम में ”यजमान” होंगे। साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है।
अयोध्या में राम जन्मभूमि निर्माण के लिए भूमिपूजन पांच अगस्त को होने वाला है। कार्यक्रम के दौरान मंच पर सिर्फ पांच लोग मौजूद होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास महाराज, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
जनता से अपील- वे घरों में ही रहकर भूमिपूजन का उत्सव मनायें, अयोध्या हुई राममय
अयोध्या में हर ओर पुलिस के बैरियर, पीले बैनर, दीवारों पर नये पेंट का नजारा और भजन-कीर्तन है तथा हर कोना भक्तिरस से सराबोर दिख रहा है। कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर चिन्तित प्रशासन लोगों को अयोध्या आने से बचने को कह रहा है। जनता से अपील की गयी है कि वे घरों में ही रहकर यह उत्सव मनायें। भूमिपूजन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
अयोध्या की ओर जाने वाले हर रास्ते पर प्रस्तावित राम मंदिर और राम लला के चित्रों वाली होर्डिंग लगायी गयी है। हनुमानगढी क्षेत्र में पुलिस का सायरन और भजन दोनों ही भगवान राम की भक्ति में लीन दिख रहे हैं। अधिकतर दुकानों का रंग-रूप संवर गया है व चटक पीले रंग का पेंट लगाया गया है।
अयोध्या में एंट्री पर बैन, जानें क्या है सुरक्षा के इंतजाम
अयोध्या में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। पुलिसकर्मी आने-जाने वालों के मोबाइल नंबर सहित पूरा ब्यौरा नोट कर रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। हम किसी बाहरी व्यक्ति को अयोध्या नगरी में प्रवेश नहीं करने देंगे। निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है और एक साथ चार से अधिक लोग कहीं एकत्र नहीं हो सकते हैं । उन्होंने बताया कि बाजार और दुकानें खुली रहेंगी लेकिन कोविड-19 नियमों का कड़ाई से अनुपालन करना होगा। अयोध्या के निवासियों को पहचान पत्र दिखाने पर आने-जाने की सुविधा रहेगी।
एसएसपी ने बताया कि मंदिर अैर मस्जिद खुले रहेंगे लेकिन भूमिपूजन के अलावा बुधवार को कोई अन्य धार्मिक कार्यक्रम नहीं होगा। अयोध्या में रह रहे लोगों की चेकिंग की जा रही है ताकि सुनिश्चित हो सके कि कोई बाहरी व्यक्ति यहां आकर नहीं टिका है। शहर में संवेदनशील जगहों पर पिकेट लगायी गयी हैं और पुलिसकर्मी पूरी तरह मुस्तैद हैं।
आज से एक साल पहले 5 अगस्त को कश्मीर से धारा 370 को निरस्त किया गया था
इत्तेफाक से जिस दिन राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिन्दुत्व के आंदोलन की अगुवाई करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में शिलान्यास करेंगे उसी दिन जम्मू एवं कश्मीर से धारा 370 को निरस्त करने की पहली वर्षगांठ भी है। पांच अगस्त के दिन ही एक साल पहले धारा 370 को समाप्त कर भाजपा ने विचारधारा से जुड़े अपने एक अन्य प्रमुख वादे को पूरा किया था।