जयपुर : राजस्थान में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. सोमवार को प्रदेश के 23 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. इनमें 14 जिलों में यलो, 7 जिलों में ऑरेंज और 2 जिलों में रेड अलर्ट घोषित है.
मौसम विभाग के अनुसार जयपुर, भरतपुर संभाग, शेखावाटी क्षेत्र, बीकानेर और अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में अति भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, जालोर और पाली में ऑरेंज अलर्ट है. सिरोही और उदयपुर में रेड अलर्ट जारी किया गया है. रविवार को जयपुर समेत 13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया था.
24 घंटे में कहां कितनी बारिश : रविवार को कई जिलों में रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की गई. इस दौरान सबसे ज्यादा बारिश दौसा में 285 मिमी रही. इसके बाद जयपुर के चौमूं में 199 मिमी, करौली के सपोटरा में 170 मिली मीटर, अजमेर में 137 मिमी, कोटपूतली, गंगापुर और जमवारामगढ़ इलाके में 130 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं, अलवर में 120 एमएम पानी गिरा, जबकि जयपुर शहर में औसतन 77 मिमी (3 इंच) बारिश हुई.
- दौसा – 285 मिमी
- चौमूं – 171 मिमी
- सपोटरा – 170 मिमी
- अजमेर – 137.9 मिमी
- कोटपूतली – 130 मिमी
- गंगापुर – 130 मिमी
- जमवारामगढ़ – 130 मिमी
- अलवर – 120 मिमी
- जयपुर – 93.5 मिमी
- सीकर – 78 मिमी
- पिलानी – 54.2 मिमी
- भीलवाड़ा – 20 मिमी
23 जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी बंद : लगातार बारिश और जलभराव को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं. जयपुर, टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, सिरोही, सीकर, कोटपूतली-बहरोड़, दौसा, डीडवाना-कुचामन, बूंदी और नागौर में छुट्टी दी गई है. जयपुर, अलवर, दौसा, खैरथल-तिजारा, सवाई माधोपुर, नागौर और डीडवाना-कुचामन में 25 और 26 अगस्त को छुट्टी रहेगी. वहीं, टोंक में 25 से 27 अगस्त तक तीन दिन का अवकाश रहेगा.
बारिश से हादसों में 16 की मौत : तेज बारिश ने प्रदेशभर में हादसों को जन्म दिया. उदयपुर के डबोक थाना क्षेत्र की कुंवारी माइंस में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई. नागौर में मकान ढहने से 3 लोगों की मौत हुई. डीडवाना-कुचामन में दीवार गिरने से 2 किशोर मजदूरों ने जान गंवा दी. चूरू जिले के सरदारशहर के पास पुलासर गांव में जोहड़ में डूबने से 2 बच्चों की मौत हो गई. वहीं, झालावाड़ में कालीसिंध नदी के तेज बहाव में कार बहने से 2 सरकारी अध्यापकों के शव बरामद किए गए. इसके अलाव एक और शव मिला है. कोटा के सुल्तानपुर में मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई. बारां के छबा में नदी में डूबने से 16 वर्षीय किशोर ने दम तोड़ दिया. रविवार को वर्षा जनित हादसे में कुल 16 लोगों ने जान गंवा दी.
मानसून में अब तक 91 मौतें : प्रदेश में 1 जून से 24 अगस्त तक 499.27 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 48 प्रतिशत अधिक है. इस अवधि में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 91 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 51 लोग घायल हो गए. इस बीच मकान ढहने की 38 घटनाएं सामने आई हैं, साथ ही 47 पशुओं की मौत भी हुई है.
आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार :
- आकाशीय बिजली से : 24 मौतें, 16 घायल
- बाढ़ और डूबने से : 44 मौतें
- मकान/दीवार गिरने से : 23 मौतें, 35 घायल
बांधों से पानी की निकासी : लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के कई बांध लबालब हो गए हैं. टोंक के बीसलपुर बांध से 6 गेट खोलकर 36,060 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. करौली के पांचना बांध से 17,496 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. झालावाड़ के कालीसिंध से 8,161 क्यूसेक पानी निकाला गया. वहीं, कोटा बैराज से 2 गेट खोलकर 12,344 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
जयपुर में हालात : जयपुर में पिछले दो दिनों की भारी बारिश से भांकरोटा, चारदीवारी, टोंक फाटक और बरकत नगर इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया. कई वाहन पानी में डूब गए और यातायात ठप हो गया. चौमूं के रेलवे अंडरपास और गांवों के रास्ते पानी में डूबने से संपर्क कट गया. गोविंदगढ़ में सड़क बह गई और जयपुर-रींगस अंडरपास की दीवार टूट गई. चाकसू में ढूंढ नदी का तेज बहाव सड़क और पुलिया बहा ले गया. बरसात के इस सीजन में जयपुर में अब तक 698.65 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो औसत से 282.21 मिमी अधिक है.
राहत कार्य भी जारी : प्रशासन और बचाव दल लगातार रेस्क्यू कार्य में लगे हुए हैं. डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने फागी तहसील के हथेली गांव में 45 भील परिवारों को सुरक्षित निकाला. टोंक सांसद हरीश मीणा ने जलमग्न क्षेत्रों का दौरा कर नालों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए. सवाई माधोपुर, बूंदी और अन्य प्रभावित जिलों में सेना, एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें रेस्क्यू अभियान चला रही हैं. खुद आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मोर्चा संभाले हुए हैं. साथ ही कोटा में भी हालत पर सेना की नजर है.
आमेर का मावठा सरोवर छलका : जयपुर के आमेर का ऐतिहासिक मावठा सरोवर 12 साल बाद छलक गया है. 2012 और 2024 के बाद यह तीसरी बार है, जब सरोवर की मोरी चली है. बारिश से सरोवर और बावड़ियां लबालब हो गई हैं. आमेर किला और उसमें झलकता पानी का प्रतिबिंब पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
जवाई बांध का बढ़ा जलस्तर : पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा जवाई बांध 48 फीट पार हुआ है. बांध की कुल क्षमता 61.25 फीट है, जिससे यह अभी 13.25 फीट खाली है. बांध में अब तक 4250 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो चुका है. जिले की बेड़ा नदी ऊफान पर होने से जवाई के गेज में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
सिरोही में झाकर नदी में कार बही : जिले के पिंडवाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया. झाकर नदी के पास रपट पर बहते पानी को पार करने के दौरान एक कार तेज बहाव में फंस गई. कुछ ही देर में पानी के साथ कार बहने लगी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक वीरवाड़ा से पिंडवाड़ा की ओर जा रहा था. रास्ते में झाकर नदी पर बने रपट से गुजरते समय अचानक कार का संतुलन बिगड़ गया और तेज धारा ने उसे बहा लिया. स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर चालक को सावधानी बरतने की चेतावनी दी. इस पर चालक ने तुरंत कार से बाहर कूदकर अपनी जान बचाई. बाद में ग्रामीणों की मदद और क्रेन की सहायता से कार को नदी से बाहर निकाला गया.




















