अजमेर: प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, इसकी बानगी है राजस्थान की रहने वाली 13 वर्षीय नवनीत पंजाबी. नवनीत विभिन्न राज्यों में अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेर चुकी हैं. 100 से अधिक मंचों पर गायन में प्रतिभा के बूते सम्मान पा चुकी हैं. भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर को आदर्श मानने वाली नवनीत संगीत की दुनिया के दिग्गज फनकारों के साथ मंच साझा कर चुकी हैं.
जयपुर निवासी नवनीत पंजाबी एक वर्ष से अजमेर के चंद्रवरदाई नगर में रह रही हैं. महिला बाल विकास विभाग में लेखा अधिकारी पिता मोहिंदर पंजाबी का एक साल पहले अजमेर ट्रांसफर हुआ था. दसवीं की छात्रा नवनीत उभरती हुई गायिका हैं. सुर और ताल के साथ बेहतर तालमेल बिठाने वाली नवनीत पढ़ाई के साथ संगीत में विशारद भी कर रही हैं. नवनीत अपने परिवार की इकलौती गायक हैं, जिसने एक वर्ष में सुरीली गायकी से अजमेर में अलग पहचान बना ली.
पिता ने पहचानी प्रतिभा: नवनीत ने बताया कि वर्ष 2022 में गायकी शुरू की. सबसे पहले कजन की शादी में फिल्मी गीत सुनाया. इससे पहले पिता के मोबाइल पर चलते पुराने गाने सुना और गुनगुनाया करती थी. 3 साल पहले एकादशी पर पिता घायल हो गए. काफी दिन घर में रहना पड़ा. लिहाजा टाइम पास के लिए पिता पुराने गाने सुनते थे. एक दिन छोटी बहन यशप्रीत घर में डांस कर रही थी तो नवनीत गाने लगी.
पिता ने उन लम्हों को अपने मोबाइल में कैद कर लिया. बाद में पिता ने मोबाइल पर उन लम्हों को गौर से देखा और सुना तो हैरान रह गए और बेटी को गायकी के लिए प्रोत्साहित किया. जयपुर में संगीत की कोचिंग दिलाई. पिता का अजमेर तबादला होने पर यहां भी गायकी का रियाज जारी रखा. पिता ने बताया कि बेटी पिछले तीन साल में कई जिलों और प्रदेशों में 100 से अधिक कार्यक्रम कर चुकी है. कई जगह पुरस्कृत हो चुकी है.
100 से अधिक अवार्ड: नवनीत पंजाबी को शास्त्रीय और सूफी संगीत पसंद है. लता मंगेशकर उनकी आदर्श हैं. नवनीत ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि आप कैसे दिखते हो, बल्कि यह जरूरी है कि आपकी गायकी कैसी है. सादगी से भी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जा सकता है. सादगी पसंद नवनीत शर्मीले स्वभाव की है. नवनीत की मंजिल प्लेबैक सिंगर बनना है. राजस्थान कलाकार सीजन 3 में प्रथम रही नवनीत को वर्ष 2022 में बेटी बचाओ फाउंडेशन से पिंक रत्न अवार्ड मिला.
राजस्थान की सर्तज फाउंडेशन 2023 का अवार्ड भी जीत चुकी. इसके अलावा अखिल भारतीय संगीत प्रतियोगिता 2023 में पुरस्कार मिला. गोल्डन वॉयस ऑफ राजस्थान 2025 में भी नवनीत पहली पायदान पर रही. समय-समय पर आकाशवाणी में नवनीत गायकी का हुनर दिखाती रहती है. कम उम्र में ही नवनीत नेपाल के अलावा गोरखपुर, मुंबई, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, नोएडा, जयपुर, उदयपुर, बीकानेर आदि में प्रस्तुति दे चुकी हैं.
दिग्गजों के साथ मंच साझा: पिता मोहिंदर पंजाबी ने कहा कि बेटी को गायकी से प्यार है और पिता को बेटी के सपनों को पूरा करने की चाहत. मोहिंदर बताते हैं कि नवनीत गुनगुनाती थी तो उसे गाने के लिए प्रोत्साहित किया. पिता ने बेटी का हुनर पहचाना और इसे तराशने के लिए संगीत गुरू खोजा. जयपुर में संजय जोरम से शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण दिलाया. पिता के तबादले के बाद नवनीत अजमेर के मेयो कॉलेज से संगीत की सेवानिवृत शिक्षिका कमलेश कश्यप से विशारद की शिक्षा ले रही है.
पिता मोहिंदर ने बताया कि नवनीत ने कई राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दिग्गज गायक कलाकारों के साथ मंच साझा किया. इनमें हेमलता, जसमीत नरूला, सुमन मिश्रा, प्राजंल दहिया, साहब सिंह, इंडियन आइडल फेम आकाश दुबे, सुरेंद्र सिंह और पीयूष पंवार शामिल हैं. अनूप जलोटा, कैलाश खेर ने भी नवनीत को गाते सुना और सराहा. नवनीत अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले और जयपुर में दशहरा मेले में भी प्रस्तुति दे चुकी हैं.




















