जोधपुर: राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि लार्ड मेकाले ने भारत को गुलाम बनाने के लिए ही देश की शिक्षा पद्धति बदली थी. मेकाले की शिक्षा पद्धति ने हमारे उन गुरुकुलों को बंद करा दिया, जहां अनेक भाषाओं में पढ़ाई होती थी.गुरुकुलों के बंद होने से व्यावहारिक और सामाजिक शिक्षा बंद हो गई. राज्यपाल बुधवार को एमबीएम इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे.
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि 2 फरवरी 1835 को लार्ड मैकाले ने इंग्लैंड में ब्रिटिश सरकार के गर्वनर के सम्मेलन में कहा था कि भारत को गुलाम बनाने के लिए शिक्षा पद्धति बदलनी पड़ेगी. यह बात आज भी इतिहास में दर्ज हैं. उस दौर में हमारे पूर्वजों में नैतिकता थी, उन्हें गुलाम बनाने के लिए अंग्रेजी पद्धति आई. यही कारण था कि देश स्वंतत्र हुआ तो ज्यादातर लोग निरक्षर थे. राज्यपाल ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति आई, लेकिन हमें हमारी पूर्वजों की शिक्षा का पता होना चाहिए. बागड़े ने नशीली पदार्थों की बिक्री पर चिंता जताते कहा कि यह गांजा अफीम हमारे पड़ोसी देशों से आ रहा है ताकि हमारे युवा बर्बाद हो जाए. इस पर सबको ध्यान देना होगा.
2047 तक विकसित राष्ट्र: राज्यपाल बागड़े ने कहा कि वर्ष 2047 में भारत को आजादी मिले 100 साल हो जाएंगे. तब तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए हमें मानसिक रूप से तैयार होना पड़ेगा. युवा, तरुणों से बहुत अपेक्षाएं हैं क्योंकि ये देश का मुख्य प्रवाह हैं इसलिए उनको ध्यान रखना होगा. उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा व कुलगुरु प्रो. अजय शर्मा ने भी समारोह को संबोधित किया.
विशेषज्ञता हासिल करें विद्यार्थी: राज्यपाल ने कहा कि अध्ययनरत विद्यार्थियों को किसी भी विषय में विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए. प्रत्येक नए छात्र के प्रवेश करने पर पहले साल में पौधा लगाना चाहिए. यह क्रम हर साल चले. जब छात्र अपनी पढाई पूरी करेंगे तो उनको पता चलेगा कि उनका लगाया पेड़ कितना बड़ा हो गया. इसका उल्लेख आप हमेशा कर सकेंगे कि उनका लगाया पौधा पेड़ बन गया.
गोल्ड मेडल व उपाधियां बांटी: दीक्षांत समारोह से पहले विश्वविद्यालय की एनसीसी यूनिट 1 राज इंजीनियरिंग रेजिमेंट एनसीसी ने राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. कुल 717 स्नातकों को उपाधियां बांटी. इनमें 32 बी आर्किटेक्कर और 30 एमसीए, 117 स्नातकोत्तर की उपाधियां शामिल है. इसके अलावा 07 पीएचडी की उपाधियां भी दी गई. 16 को गोल्ड मेडल दिए. इनमें 12 छात्र इंजीनियरिंग स्नातक, 01 छात्र आर्किटेक्चर स्नातक, 02 एमसीए और 01 इंजीनियरिंग में पीजी के हैं.




















