डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना. अक्सर लोग दवाएं लेते हैं, खानपान पर ध्यान भी देते हैं, लेकिन फिर भी उनका शुगर लेवल कभी ऊपर चला जाता है, कभी अचानक नीचे आ जाता है. यह स्थिति सिर्फ इलाज की कमी नहीं, बल्कि जीवनशैली और आदतों में कुछ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से होती है. आइए जानते हैं कि आखिर ब्लड शुगर अनकंट्रोल क्यों होता है.
अगर ब्लड शुगर कंट्रोल में नहीं आ रहा तो सिर्फ दवा बदलना ही हल नहीं है. अपने लाइफस्टाइल, डायट, स्ट्रेस लेवल और एक्टिविटी पर ध्यान देना जरूरी है. इन आम गलतियों से बचकर आप न सिर्फ शुगर लेवल कंट्रोल कर सकते हैं, बल्कि डायबिटीज की जटिलताओं से भी खुद को बचा सकते हैं. अगर आप भी ब्लड शुगर को कंट्रोल में लाने की कोशिश कर रहे हैं, तो इन आम गलतियों से बचना बेहद ज़रूरी है.
1 अनियमित खानपान और डायट प्लान का न पालन करना
डायबिटीज में सही समय पर और संतुलित खाना बहुत जरूरी है. बहुत से लोग दवाइयों के भरोसे रहते हैं और सोचते हैं कि कुछ भी खा सकते हैं, लेकिन यह सबसे बड़ी गलती है. कभी बहुत देर तक भूखे रहना या एक बार में बहुत ज्यादा खाना दोनों ही ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं. सफेद ब्रेड, चावल, मीठी चीज़ें और पैकेज्ड फूड से परहेज़ करें.
2 एक्सरसाइज़ न करना या बहुत कम चलना
ब्लड शुगर कंट्रोल में शारीरिक गतिविधि का अहम रोल होता है. अगर आप पूरे दिन बैठे रहते हैं और कोई वर्कआउट नहीं करते, तो शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता घटती है. रोज़ाना 30 मिनट की वॉक, योग या हल्का एक्सरसाइज़ भी शुगर लेवल को बेहतर करने में मदद कर सकता है.
3 दवाइयों को समय पर न लेना या खुद से बदल देना
बहुत से लोग दवा भूल जाते हैं या बिना डॉक्टर की सलाह के डोज़ कम-ज्यादा कर देते हैं. यह शुगर लेवल को अचानक ऊपर या नीचे कर सकता है. कभी-कभी लोग घरेलू नुस्खों के चक्कर में दवा बंद कर देते हैं, जो खतरनाक हो सकता है.
4 नींद पूरी न लेना और तनाव में रहना
मानसिक तनाव और नींद की कमी डायबिटीज को बिगाड़ सकते हैं. जब आप तनाव में रहते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ाता है. रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद और मेडिटेशन जैसी तकनीक तनाव को कम कर सकती है.
5 नियमित ब्लड शुगर मॉनिटर न करना
अगर आप शुगर मरीज हैं तो हफ्ते में कम से कम 2-3 बार शुगर चेक करना ज़रूरी है. कई बार लोग तब तक जांच नहीं कराते जब तक कोई लक्षण न दिखे. लेकिन ब्लड शुगर बिना लक्षण के भी हाई या लो हो सकता है.
6 पर्याप्त पानी न पीना और हाई शुगर वाले ड्रिंक्स लेना
कम पानी पीने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है और ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है. साथ ही कई लोग सोचते हैं कि फ्रूट जूस हेल्दी है, जबकि इनमें भी नैचुरल शुगर हाई होती है जो शुगर लेवल को बढ़ा सकती है.
डॉक्टर से रेगुलर फॉलो-अप न लेना
अगर आप लंबे समय से डायबिटीज के मरीज हैं तो सिर्फ दवा से नहीं बल्कि रेगुलर चेकअप से भी नियंत्रण संभव है. HbA1c, लिपिड प्रोफाइल और किडनी फंक्शन जैसे टेस्ट समय-समय पर कराना ज़रूरी है.




















