अलवर. राजस्थान के दौसा और अलवर जिलों में रविवार की रात मौसम का जो रौद्र रूप देखने को मिला, उसने कई घरों की नींद उड़ा दी और सड़कों पर खौफ का मंजर खड़ा कर दिया. रात करीब आठ बजे अचानक मौसम बदला, आसमान से गरजती बिजली और तेज हवाओं ने एक साथ हमला बोल दिया. चार घंटे तक लगातार चली इस तबाही ने न केवल पेड़ और बिजली के खंभे गिरा दिए, बल्कि लोगों के मकान और दिलों में भी डर का साया छोड़ दिया. ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा तूफान उन्होंने दशकों में नहीं देखा था, कई जगहों पर लोग पूरी रात जागते रहे, बाहर निकलने की हिम्मत तक नहीं कर सके.
इस रात का कहर सिर्फ डर और नुकसान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह प्रदेश के आपदा प्रबंधन की तैयारियों की भी एक गंभीर परीक्षा बन गया. नेशनल हाईवे हो या गांव की गली, हर जगह पेड़ और खंभों की टूटी टहनियों ने रास्ता जाम कर दिया. बिजली के खंभे गिरने से कई ट्रांसफॉर्मर जल गए, जिससे बिजली बहाली में लंबा समय लग सकता है. जहां एक ओर बारिश ने गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर तेज अंधड़ ने लोगों के चेहरों से सुकून छीन लिया.
तेज हवाओं और पेड़ों की तबाही से सड़कें बनी रुकावट
दौसा जिले में अंधड़ की तीव्रता इतनी ज्यादा रही कि नेशनल हाईवे 21 पर कई जगह बड़े-बड़े पेड़ गिर गए, जिससे घंटों तक वाहनों की आवाजाही ठप रही. अलवर-गंगापुर मेगा हाईवे पर भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही, जहां कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे सड़क पर आ गिरे. ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि पक्के मकानों की छतें उड़ गईं या टूट गईं. आपदा की इस घड़ी में लोग खुद को असहाय महसूस करते रहे.
ग्रामीणों की रात गुज़री डर और अंधेरे में
ग्रामीण इलाकों में बिजली पूरी तरह से गुल हो गई और कई गांवों में अंधेरे में ही रात गुजारनी पड़ी. बिजली के खंभे टूटने और ट्रांसफॉर्मर जलने से आपूर्ति बहाल करने में कई घंटे लग सकते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि रातभर गरजती बिजली और तेज हवाओं के बीच उनका डर से बुरा हाल था. कई बुजुर्गों और बच्चों को तो घर में ही असहज महसूस हुआ, क्योंकि चारों ओर सिर्फ तूफान की गूंज और बिजली की चमक दिखाई दे रही थी.
प्रशासन ने संभाला मोर्चा, युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू
दौसा और अलवर दोनों ही जिलों में प्रशासन ने बिजली विभाग और आपदा प्रबंधन की टीमें तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में रवाना कीं. सड़कों को साफ करने, पेड़ हटाने और बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम तेज़ी से शुरू किया गया है. मौसम विभाग ने पहले ही प्रदेश के कई हिस्सों में तेज अंधड़ और भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था, लेकिन तूफान की इस तीव्रता ने सभी को हैरान कर दिया. फिलहाल दोनों जिले अलर्ट मोड पर हैं और सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है.




















