
पारिवारिक कोर्ट में अजीब केस, पति ने पत्नी के चरित्र पर उठाया सवाल तो पत्नी अग्निपरीक्षा देने को तैयार
घर में पति-पत्नी की तू-तू मैं-मैं अक्सर बनी रहती है लेकिन जब यही तू-तू मैं-मैं अदालत तक पहुंच जाए तो बात गंभीर हो जाती है। इतना ही नहीं कोर्ट में पति सात फेरे लेने वाली अपनी पत्नी के चरित्र पर सवाल उठा दे तो मामला चिंतनीय हो जाता है।
ऐसा ही एक अजब मामला कानपुर के पारिवारिक न्यायालय में सामने आया है, जहां पति ने पत्नी के चरित्र पर सवाल उठाए हैं तो पत्नी ने अग्नि परीक्षा देने की दलील दे दी है। इसके लिए महिला ने कोर्ट से लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग की है। इस मामले में न्यायालय चार जून को अगली सुनवाई करेगा।
बर्रा निवासी महिला का विवाह 10 फरवरी 2015 को हुआ था। विवाह के बाद उन्हें एक पुत्र भी हुआ। कुछ समय बाद पति ने विवाह विच्छेद के लिए पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा दाखिल कर दिया। इस पर महिला ने गुजारा भत्ता के लिए अलग से मुक़दमा दाखिल कर दिया। पति की ओर से गुजारा भत्ता की अर्जी खारिज करने के लिए जो जवाब दिया गया उसमें पत्नी पर चरित्र हीनता और दांपत्य अपवित्रता का आरोप लगाया गया।
इसी मामले में शनिवार को अपर पारिवारिक न्यायालय में सुनवाई थी। जिसमें पत्नी की ओर से प्रार्थना पत्र देते हुए अग्निपरीक्षा देने की बात कही गई। महिला ने खुद पर लगाए गए चरित्रहीनता के आरोप के खिलाफ लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की अर्जी दी है। कोर्ट को दी गई अर्जी में महिला ने कहा वह झूठ पकड़ने वाली मशीन के सामने कहेगी कि उसने पति के अतिरिक्त किसी से संबंध नहीं बनाए हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल किशोर शर्मा ने बताया न्यायालय ने महिला की अर्जी पर सुनवाई के लिए चार जून की तारीख नियत की है।