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आयुष्मान भारत योजना में घोटाले को लेकर ओम कालवा ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र – योग समिति

श्री डूंगरगढ़ कस्बे के बेरोजगार योग शिक्षकों के हितेषी योग समिति के प्रदेश संरक्षक योगाचार्य ओम कालवा ने आयुष्मान भारत योजना में हो रही बहुत बड़ी धांधली को लेकर आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र भेजकर अवगत कराते हुए जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरने की मांग की। कालवा ने बताया योग को लेकर आज दुनियां में खूब चर्चा के साथ योग चिकित्सा पद्धति को अपनाया जा रहा है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की श्रेष्ठ पैथी साबित हो चुकी है। बड़े बड़े मंचो पर आयुष मंत्रालय के मंत्री हर बार योग की बड़ी बड़ी योजनाओं को लेकर वादे करते हैं। उन्हें लागू भी करते हैं।

राज्य सरकारों को बजट भी दे देते हैं। पर धरातल पर देखा जाए तो कुछ और ही नजारा है। इसी कड़ी में ओम कालवा ने बताया। राजस्थान सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पत्र क्रमांक F – 42 (5) NHM/H&WC 2020 – 21/395 के अनुसार आयुष्मान भारत योजनाओं के तहत आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ओर से देश में पीएचसी व यूपीएचसी सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर एक योग शिक्षक की नियुक्ति का प्रावधान रखा गया। लेकिन प्रदेश में देखा जाए तो 80 प्रतिशत केंद्र योग में उच्च शिक्षा प्राप्त हजारों योग शिक्षक होने के बावजूद भी खाली रखा गया क्योंकि सरकार द्वारा पारित करोड़ों का बजट अधिकारी गबन कर गए। जब योग समिति के पदाधिकारीयों ने प्रदेश के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीयों से बात की तो उन्होने कहा प्रदेश के अंदर योग शिक्षक है ही नहीं किनको लगाएं कालवा ने बताया प्रदेश के महाविद्यालयों में योग विषय में लगभग पन्द्रह कोर्स उच्चतम व मनमानी फीस वसूल कर करवाए जा रहे हैं। पीछले बीस सालों से जिनमें प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में डिग्री डिप्लोमा कर रहे हैं।

योग समिति के प्रदेश अध्यक्ष योगाचार्य रामावतार यादव, महासचिव डॉ मनोज कुमार सैनी, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार तूनवाल ने कहा अगर व्यस्थाओ में सुधार नहीं हुआ तो योग शिक्षकों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।


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