मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से 117.5 करोड़ निकालने की कोशिश, बैंक कर्मियों की सतर्कता से जालसाजी का पर्दाफाश
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) से तीन बैंकों के जरिए 117.5 करोड़ रुपए चुरानी की विफल कोशिश का मामला सामने आया है। ठगों ने नकली चकों से सीएम रिलीफ फंड से राशि निकालने का प्रयास किया, लेकिन बैंक कर्मचारियों की सतर्कता की वजह से धोखाधड़ी का भंडाफोड़ हो गया।
एक साथ तीन राज्यों से सीएमआरएफ की राशि चुराने की योजना के पीछे एक बड़े गिरोह के साथ कुछ अधिकारियों की भूमिका होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। एसबीआई के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ सीएमआरएफ के अधिकारियों को हैरान कर देने वाली यह साजिश इस तरह रची गई।
तीन चेकों से….117.15 करोड़
मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) का वेलगपूड़ी स्थित एसबीआई शाखा में खाता है। एक व्यक्ति ने शुक्रवार को सीएमआरएफ विभाग द्वारा जारी 52,65,00,000 रुपए का एक चेक कर्नाटक के मंगलूरु स्थित एसबीआई ब्रांच में पेश किया। चेक की राशि काफी बढ़ी होने से बैंक अधिकारी को संदेह हुआ। उसने तुरंत वेलगपूड़ी स्थित एसबीआई के अधिकारियों और सीएमआरएफ विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की।
सीएमआरएफ विभाग के अधिकारियों ने इतनी बड़ी रकम का चेक नहीं देने का हवाला देने के साथ ही तुरंत चेक पास नहीं करने का आदेश दिय। साथ ही एसबीआई अधिकारियों ने अपने प्रधान कार्यालय सहित सभी क्षेत्रीय कार्यलयों को अलर्ट कर दिया।
इसी तरह, दिल्ली स्थित एसबीआई सीसीसीसी-1 ब्रांच में शनिवार को सीएमआरएफ के खाते से 39,85,95,540 रुपए ड्रा से जुड़ा एक चेक पेश किया गया। उस बैंक के अधिकारियों ने चेक को क्रॉस चेक करने के लिए जब वेलगपूड़ी एसबीआई शाखा के अधिकारियों के साथ सीएमआरएफ विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई चेक जारी नहीं किया गया है। इसके तुरंत बाद दिल्ली के बैंक अधिकारियों ने चेक को रोक दिया।
कोलकाता स्थित मोग्राहट एसबीआई शाखा में भी 24,65,00,000 रुपए के सीएमआरएफ का एक चेक शनिवार को सौंपा गय और जांच-पड़ताल में वह चेक भी नकली निकला। कुल मिलाकर इन तीन चेकों के जरिए कुल 117 करोड़ रुपए की ठगी की कोशिश को बैंक के अधिकारियों ने विफल कर दिया।
क्या प्रोफेशनल गिरोह का काम है?
केवल दो-तीन दिन में अलग-अलग राज्यों से तीन नकली चेकों के जरिए 117 करोड़ रुपए की ठगी की कोशिश के बाद एसबीआई और सीएमआरएफ विभाग के अधिकारी सख्ते में आ गए हैं। ठगी की साजिश के पीछे किसी प्रोफेशनल गिरोह का हाथ होने की आशंका व्यक्त होने के साथ ही अब ये सवाल उठ गया है कि आखिर वे चेक उनके पास पहुंचे कैसे ? इस बीच, एसबीआई के अधिकारियों ने इस मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज करने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि रविवार को पुलिस में इस मामले की शिकायत की जा सकती है।