श्रीडूंगरगढ़ में अभिजीत मुहूर्त में हुई श्री आशीर्वाद बालाजी मंदिर मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा
श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर। तोलाराम मारू
श्रीडूंगरगढ़ के आडसरबास मे आशीर्वाद बालाजी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सोमवार को दिन के 12 बजकर 8 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में हुई। इससे पूर्व पूनरासर हनुमानजी मंदिर के पुजारी रतनलाल बोथरा ने पवित्र ज्योत करवाई। युवा संत संतोष सागर महाराज की उपस्थिति रही। यजमान परिवार के विनोदकुमार तथा शंकरलाल सोमवार को प्रातः पूनरासर हनुमानजी मंदिर से अखण्ड ज्योत विनोद गुरावा तथा नरेंद्र नाथ लेकर आए, जिसे यहां स्थापित किया गया है। उल्लेखनीय है कि मंदिर की प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में यहां नव दिवसीय, नव कुण्डीय शिव- शक्ति, हनुमान जी का अनुष्ठान आयोजन किया गया।
रतनगढ़ के यज्ञाचार्य पंडित पवनकुमार सारस्वा तथा पारस सारस्वा के दिशा निर्देश में 14 पंडितों ने प्रति दिन प्रातः 7बजे से सवा ग्यारह बजे तक पूजन, हवन तथा देवाहूतियों का कार्य किया। यज्ञ की पूर्णाहूति सोमवार को सवा एक बजे हुई। यज्ञाचार्य पंडित पवनकुमार सारस्वा ने बताया कि यज्ञ के यजमान जगदीश प्रसाद गुरावा ने सर्व जन कल्याण के उद्देश्य से इस यज्ञ का आयोजन किया। क्षेत्र के लोग धन-धान्य से सुखी सम्पन्न रहे तथा वे सदैव स्वस्थ प्रसन्न रहे, ऐसी पवित्र कामना के साथ इस यज्ञ तथा सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया।
मंदिर में मां भद्रकाली, शिव परिवार तथा हनुमान जी महाराज की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। यद्यपि मंदिर का निर्माण सरस्वती देवी जगदीश प्रसाद गुरावा परिवार ने करवाया है, किन्तु आज के बाद इसे सार्वजनिक मंदिर का दर्जा दे दिया गया है। मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय लोकप्रिय स्थानीय विधायक श्री ताराचंदजी सारस्वत तथा पूर्व पालिकाध्यक्ष श्री शिवकुमार स्वामी, ओमप्रकाश गुरावा, डाॅ चेतन स्वामी, भाजपा के वरिष्ठ नेता पवन कुमार इन्दोरिया दिलीप कुदाल चन्द्र प्रकाश मारू रामदयाल राजेन्द्र सम्पत विनोद योगेश गुरावा परिवार सहित सैकड़ों श्रद्धालु जन उपस्थित रहे, हनुमान कुदाल ने भजन, आरती, हनुमान चालीसा आदि प्रस्तुत किया। प्राण प्रतिष्ठा के बाद भण्डारा किया गया।