
सरदारशहर : टूटी सड़क पर जमा पानी में बही किसान की 32 किविंटल मूंगफली
सोमवार रात हुई बारिश के बाद सरदारशहर में मोटर मार्केट के पास मेगा हाइवे पर पानी एकत्रित हो गया। सड़क पर गहरे गड्ढे होने से बीते 40 घंटे में 5 दर्जन से ज्यादा वाहन फंस चुके हैं। एक दर्जन से ज्यादा बार कई किलोमीटर तक जाम लग चुका है। वर्तमान में हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में श्रद्धालु सालासर बालाजी के दर्शन करने जा रहे हैं और श्रद्धालु कई घंटों तक इस जाम में फंसे रह जाते हैं। यह हाईवे हनुमानगढ़-गंगानगर से जयपुर और किशनगढ़ को जोड़ता है। जिसके चलते यहां पर सैकड़ों बसें प्रतिदिन गंगानगर से जयपुर और किशनगढ़ की ओर जाती है और वहां से वापस आती है।
1 लाख 95 हजार रुपए की मूंगफली खराब
बुधवार को सरदारशहर कृषि मंडी में मूंगफली बेचने जा रहे एक किसान की मूंगफली से भरी पिकअप गड्ढे में पलट गई और मूंगफली पानी में तैरने लगी। मूंगफली को पानी को तैरता देख किसान की आंखों में आंसू आ गए। देखते ही देखते 32 ङ्क्षक्वटल यानी 1 लाख 95 हजार रुपए की मूंगफली पानी में तैर गई। हाईवे पर पानी भरे हुए 40 घंटे हो चुके हैं लेकिन रीडकोर कंपनी टोलबूथ पर टोल वसूल करने में लगी है। किसान जगदीश धन्नावंशी ने बताया कि हाईवे पर लगातार लोगों को परेशानी हो रही है सभी आंखें मूंदे बैठे हैं, अभी तक कोई भी नेता इस समस्या को देखने नहीं पहुंचा है।
1 किलोमीटर लम्बी वाहनों की कतार
बुधवार शाम 4 बजे तक मोटर मार्केट के पास हाइवे के दोनों ओर 1 किलोमीटर से ज्यादा वाहनों की लंबी कतार लग गई। रास्ता जाम हो गया है। इधर इस परेशानी को लेकर स्थानीय लोग एकजुट होने लगे हैं। मूंगफली के नुकसान भरपाई की रीडकोर कंपनी से मांग करेंगे। वहीं पूरे मामले में जब हमने उपखंड अधिकारी पवन कुमार जांगिड़ से बात की तो अपना बचाव करते हुए कहा कि हमारी रीडकोर कंपनी के अधिकारियों से लगातार बात हो रही है। किसान के नुकसान की भरपाई के लिए जो भी कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को भी चार घण्टे तक जाम लगा रहा। बुधवार को भी रूक-रूक कर दिनभर जाम लगा। किसान मूंगफली को निकालने के लिए दिनभर मशक्कत करता रहा। किसान नेता बलदेव सारण के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर सारण ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के आला अधिकारी नवीन महाजन, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, रीडकोर के सीईओ मनीष अग्रवाल से मोबाइल पर वार्ता कर स्थिति से अवगत कराया तथा किसानों को मुआवजा देने व सड़क का निर्माण तुरंत कराने की मांग की। जिस पर रीडकोर के सीईओ ने तुरंत सड़क निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू करवाया तथा पीडि़त किसान को 71 हजार रुपए नकद देने व एसडीएम ने मण्डी से 50 हजार रुपए दिलाने का आश्वासन दिया। तब जाकर किसान शांत हुए।