सामुहिक विवाह समारोह में भाई ने अपनी ही बहन से रचाई शादी, अधिकारियों के होश उड़े
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। जी हां..फिरोजाबाद के टूंडला इलाके में एक युवक ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अपनी बहन से शादी कर ली।
इस बात का जब पता चला तो अधिकारी भी हैरान रह गए। तो वहीं अब अधिकारियों ने युवक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। साथ ही, विवाह के लिए अन्य जोड़ों का सत्यापन करने वाले अधिकारियों से भी जवाब तलब किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिरोजाबाद जिले के टूंडला खंड विकास कार्यालय परिसर में 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस समारोह में नगरपालिका टूंडला, ब्लाक टूंडला व ब्लॉक नारखी के 51 जोड़ों की शादी कराई गई। बता दें, सामूहिक विवाह सामरोह में सभी 51 जोड़ों को गृहस्थी का सामान यानी कपड़े, बर्तन आदि प्रशासन की तरफ से दिए गए थे।
विवाह सामरोह के कुछ फोटोग्राफ और वीडियो इलाके के लोगों और ग्राम प्रधान के तक पहुंचे तो मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सामरोह में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जी हां..ग्रामीणों के मुताबिक, यहां रिश्ते के शादीशुदा भाई ने बहन से शादी कर ली। इसके साथ ही चार और फर्जीवाड़े के मामले सामने आए। फर्जीवाड़े के मामले सामने आने के बाद अधिकारियों के होश उड़ गए। तो वहीं, अब इस मामले में जांच के बाद नगला प्रेम (घड़ी) निवासी भाई के खिलाफ समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी चंद्रभान सिंह ने तहरीर दी है।
खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि शादी के लिए जोड़ों की तलाश व सत्यापन करने वाले ग्राम पंचायत सचिव मरसेना कुशलपाल, ग्राम पंचायत घिरौली सचिव अनुराग सिंह, एडीओ कॉपरेटिव सुधीर कुमार एडीओ समाज कल्याण विभाग चंद्रभान सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
टूंडला के खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि फर्जी तरीके से शादी करने वाले भाई के विरुद्ध एफआईआर कराई गई है। तो वहीं, टूंडला कोतवाली के प्रभारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी द्वारा सामूहिक विवाह समारोह में अनुपस्थित जोड़ों के स्थान पर फर्जी तरीके से शादी करने के मामले में तहरीर दी गई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।