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जानिए गरुड़ासन के लाभ व सावधानी योग गुरु ओम कालवा के साथ……..

जानिए गरुड़ासन के लाभ व सावधानी योग गुरु ओम कालवा के साथ……..
विधि
गरुड़ासन योग करना बहुत आसान है। नीचे दिए गए तरीकों को समझ कर इसको आप और आसानी के साथ इसका अभ्यास कर सकते हैं।
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तरीका
सबसे पहले आप सीधे खड़े हों।
दाएं पांव को बाएं पांव के ऊपर से दूसरी ओर ले जाएं। अगर आपके जांघ मोटा है तो पहले पहले इसको करने में परेशानी हो सकती है। दूसरी तरफ पतली कमर और पतले जांघ वाले इसको आसानी अभ्यास कर सकते हैं।
बाहों को रस्सीद के समान एक दूसरे में गूंथ दें।
आपस में गुंथे हुए हाथों को गरुड़ की चोंच के समान छाती के आगे रखें। घुटने को मोड़कर संतुलन बनाएं।
बाएं पांव को दाएं पांव के ऊपर से ले जाकर इसे दूसरी ओर भी करें।
यह आधा चक्र हुआ।
फिर दूसरे तरफ से करें।
अब एक चक्र हुआ।
इस तरह से आप तीन से पांच चक्र करें।
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लाभ
इस आसन के बहुत सारे लाभ है। इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे के बारे में बताया जा रहा है।
मन और शरीर में शांति: इस आसन के अभ्यास से मन और शरीर में शांति आती है और शरीर में सामंजस्य बना रहता है।
अंडकोष को कम करता है: इसका नियमित अभ्यास से अंडकोष को बढ़ने से रोक जा सकता है।
पैरों की मजबूती के लिए : यह पैरों और जांघों को मजबूत बनाता है।
गुदा को स्वस्थ बनाने में: इसका नियमित अभ्यास से गुदा, मलाशय तथा मूत्राशय के रोगियों में उपयोगी पाया गया है।
घुटनों के लिए लाभदायक: यह जोड़ों की सक्रियता बढ़ाता है, घुटनों, पैरों एवं जोड़ों का दर्द दूर करता है।
हाथों के मजबूती के लिए: यह आपके हाथों को मजबूत बनाता है और कोहनी के दर्द से छुटकारा दिलाता है।
सावधानी
बहुत गंभीर गठिया में इस आसन को नहीं करनी चाहिए।
नसों में सूजन होने पर इसको करने से बचना चाहिए।
हड्डियों तथा जोड़ों में चोट होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए।
योग गुरु ओम कालवा
प्रदेश संरक्षक
राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति
तुलसी सेवा संस्थान हॉस्पिटल श्री डूंगरगढ़ mob.9799436775


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