आपको बता दें कि देश की रक्षा का सपना देखने वाले हर युवा के लिए NDA यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी एक गर्व का रास्ता है, जो सेना, नौसेना और वायुसेना में अफसर बनने का मौका देता है. साथ ही यह भी जानते हैं कि रैंक बढ़ने के साथ सैलरी कैसे बढ़ती है? अगर आप NDA यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी में जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको क्या-क्या चाहिए?
NDA के लिए क्या योग्यता चाहिए?
अब बात करते हैं योग्यता की.अगर आप सेना में (Army Wing)जाना चाहते हैं तो आपको किसी भी स्ट्रीम (साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स)से 12वीं पास होना चाहिए, लेकिन अगर आप नौसेना (Navy) या वायुसेना (Air Force) में जाना चाहते हैं तो 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स जरूरी हैं. जो अभी 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं वे भी अप्लाई कर सकते हैं बशर्ते वे पास कर लें. ट्रेनिंग के दौरान शादी करना मना है वरना आपको ट्रेनिंग से निकाल दिया जाएगा और सरकार के खर्चे भी वापस करने पड़ सकते हैं.
NDA के लिए उम्र क्या होनी चाहिए?
NDA में जाने के लिए उम्र का खास ध्यान रखना पड़ता है.इसके लिए आपकी उम्र 16.5 साल से 19.5 साल के बीच होना चाहिए यानी अगर आप NDA 1 के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो आपका जन्म 2 जुलाई 2006 से 1 जुलाई 2009 के बीच होना चाहिए. वहीं NDA 2 के लिए जन्म तारीख 2 जनवरी 2007 से 1 जुलाई 2010 के बीच होनी चाहिए.ये उम्र उस दिन गिनी जाती है जब कोर्स शुरू होता है.ध्यान रहे इसमें कोई रिलैक्सेशन नहीं है.चाहे आप किसी भी कैटेगरी से हों. शादीशुदा लोग भी अप्लाई नहीं कर सकते, सिर्फ कुंवारे लड़के और लड़कियां ही इसके लिए योग्य हैं.
शारीरिक और मानसिक फिटनेस
NDA में सिर्फ पढ़ाई-लिखाई ही नहीं बल्कि फिटनेस भी जरूरी है. आपको शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए. सेना के लिए न्यूनतम हाइट 157 सेमी और वायुसेना के लिए 162.5 सेमी चाहिए. वजन आपकी हाइट के हिसाब से होना चाहिए. साथ ही आंखों की रौशनी,सुनने की क्षमता और कोई गंभीर बीमारी न होना भी जरूरी है. लड़कियों और लड़कों के लिए ये स्टैंडर्ड्स एक जैसे हैं.
नागरिकता और दूसरी शर्तें
आपको भारतीय नागरिक होना चाहिए या नेपाल/भूटान का या फिर 1 जनवरी 1962 से पहले भारत में बसे तिब्बती शरणार्थी या उन लोगों में से होना चाहिए जिनके पूर्वज पाकिस्तान,बर्मा, श्रीलंका या ईस्ट अफ्रीकन देशों से भारत में बस गए.विदेशी उम्मीदवारों को सरकार से एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट लेना होगा पर नेपाल के गोरखा उम्मीदवारों को ये नहीं चाहिए.
NDA पास करने के बाद क्या-क्या बन सकते हैं?
NDA की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आप भारतीय सेना, नौसेना या वायुसेना में अफसर बन सकते हैं. शुरूआत लेफ्टिनेंट से होती है फिर कैप्टन,मेजर,लेफ्टिनेंट कर्नल,कर्नल,ब्रिगेडियर,मेजर जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल तक का सफर तय कर सकते हैं. सबसे ऊंचा मुकाम सेना प्रमुख (COAS)का होता है. हर रैंक के साथ जिम्मेदारी और इज्जत बढ़ती जाती है.
ट्रेनिंग से लेकर ऑफिसर तक की कमाई
NDA में एडमिशन लेने के बाद आपको सिर्फ मेहनत और ट्रेनिंग ही नहीं, बल्कि पैसे भी मिलते हैं. ट्रेनिंग के तीन सालों में हर महीने करीब 56,100 रुपये स्टाइपेंड मिलता है जिससे आप अपनी जरूरतें खुद पूरी कर सकते हैं.ट्रेनिंग खत्म होने के बाद जब आप लेफ्टिनेंट बनते हैं तो सैलरी वही 56,100 रुपये से शुरू होती है. फिर रैंक बढ़ने के साथ कमाई भी बढ़ती जाती है.
कैप्टन बनने पर 61,000 से 1.93 लाख रुपये.
मेजर के लिए 69,000 से 2.07 लाख रुपये.
लेफ्टिनेंट कर्नल को 1.21 लाख से 2.12 लाख रुपये.
कर्नल,ब्रिगेडियर और मेजर जनरल को 1.30 लाख से 2.18 लाख रुपये तक.
लेफ्टिनेंट जनरल को 2.24 लाख रुपये और सेना प्रमुख को तकरीबन 2.50 लाख रुपये महीना तक मिल सकता हैं.
मेजर के लिए 69,000 से 2.07 लाख रुपये.
लेफ्टिनेंट कर्नल को 1.21 लाख से 2.12 लाख रुपये.
कर्नल,ब्रिगेडियर और मेजर जनरल को 1.30 लाख से 2.18 लाख रुपये तक.
लेफ्टिनेंट जनरल को 2.24 लाख रुपये और सेना प्रमुख को तकरीबन 2.50 लाख रुपये महीना तक मिल सकता हैं.
और क्या-क्या मिलता है?
बेसिक सैलरी के अलावा NDA अफसरों को ढेर सारी सुविधाएं मिलती हैं.इसमें महंगाई भत्ता (DA), घर का किराया (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस और मिलिट्री सर्विस पे शामिल हैं. इसके साथ सरकारी मकान, मुफ्त इलाज, बच्चों की पढ़ाई में मदद, राशन, और रिटायरमेंट के बाद पेंशन जैसी चीजें भी मिलती हैं.



















