फंगल इंफेक्शन यानी कवक से होने वाला संक्रमण आजकल बहुत आम है. ये इंफेक्शन त्वचा, नाखूनों, बाल और मुंह के साथ ही शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है. गर्मी और नम मौसम में या साफ-सफाई की कमी की वजह से या कमजोर इम्यूनिटी की वजह से फंगल इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि फंगल इंफेक्शन की पहचान कैसे करें. क्योंकि समय पर इनकी पहचान और इलाज बहुत जरूरी है. आइए आपको बताते हैं फंगल इंफेक्शन के प्रमुख लक्षण और बचाव के तरीके.
मैक्स अस्पताल में डर्मेटोलॉजी विभाग की डॉ. सौम्या सचदेवा बताती हैं किअक्सर शरीर के अलग-अलग हिस्सों में होने वाला फंगल इंफेक्शन भी अलग-अलग तरह का हो सकता है. हालांकि कुछ सामान्य लक्षण हैं, जो लगभग हर केस में एक जैसे दिखते हैं. लोगों को फंगल इंफेक्शन की वजह से संक्रमित जगह पर लगातार या तेज खुजली हो सकती है, कई बार ये खुजली इतनी ज्यादा हो सकती है, इंसान का सोना तक मुश्किल हो जाता है.
त्वचा पर लालिमा और दाने
प्रभावित इलाके में लाल रंग के, उभरे हुए दाने या रैशेज़ नजर आ सकते हैं. हालांकि कुछ मामलों में दाने गोल या छल्लेदार भी हो सकते हैं. फंगल इंफेक्शन की वजह से अक्सर संक्रमण वाली जगह पर त्वचा सूखकर पपड़ीदार हो जाती है या खाल उतरने लग सकती है.
जलन और सूजन
कई बार प्रभावित क्षेत्र में जलन, सूजन या दर्द भी हो सकता है.
सफेद या भूरे धब्बे
कभी-कभी त्वचा पर सफेद, भूरे या हल्के काले रंग के धब्बे दिख सकते हैं, जो सामान्य से अलग हो सकते हैं.
फटी या छिली हुई त्वचा
कुछ लोगों की त्वचा फट जाती है या छाले भी बन सकते हैं.
नाखूनों में बदलाव
कभी-कभी नाखूनों का रंग पीला, भूरा या सफेद हो सकता है, नखून असामान्य रूप से मोटे या कमजोर होकर टूट सकते हैं.
गुप्तांग में खुजली और जलन
कभी-कभी प्राइवेट पार्ट्स में खुजली, जलन या दाने फंगल इंफेक्शन का संकेत हो सकते हैं.
फंगल इंफेक्शन के प्रकार
रिंगवर्म
त्वचा पर गोल और खुजलीदार दाने
एथलीट फुट
पैरों की त्वचा में दरार, खुजली और पपड़ी पड़ जाना
कैंडिडिआसिस
मुंह, गुप्तांग या त्वचा पर सफेद धब्बे पड़ जाना
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर फंगल इंफेक्शन के लक्षण 1 या 2 हफ्ते से ज्यादा समय तक बने रहें या बढ़ते जा रहे हों.
प्रभावित क्षेत्र में खुजली, जलन या बहुत ज्यादा दर्द हो रहा हो.
त्वचा पर पस, खून या छाले बन जाएं.
फंगल इंफेक्शन बार-बार हो रहा हो.



















