जयपुर. बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम और ट्रफ लाइन की स्थिरता से राजस्थान में लगातार बरसात जारी है. इसके असर से सावन के दूसरे राजस्थान के अधिकांश जिलों में बारिश का दौर जारी रहा. राज्य के पूर्वी हिस्सों में मानसून का असर सबसे अधिक दर्ज किया जा रहा है. शनिवार को झालावाड़, धौलपुर, करौली, अलवर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई. झालावाड़ में 4 इंच से ज्यादा पानी बरसा. मौसम केंद्र जयपुर ने राज्य में रविवार को 12 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, गंगानगर, हनुमानगढ़ और जैसलमेर को छोड़कर शेष सभी जिलों में येलो अलर्ट है.
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान राजस्थान सबसे ज्यादा बरसात झालावाड़ के मनोहर थाना में 108MM दर्ज हुई. इसके अलावा धौलपुर के सैंपऊ में 50, भरतपुर के नगर में 38, बांसवाड़ा के सलोपत में 35, अलवर के थानागाजी में 50, गंगानगर के केसरीसिंहपुर में 31 और उदयपुर में 36MM बरसात हुई. इन जिलों के अलावा सिरोही, चित्तौड़गढ़, करौली, प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई.
श्रीगंगानगर में रह सबसे ज्यादा तापमान
मौसम विभाग द्वारा जारी डेली डाट रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को राज्य में राज्य में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ वर्षा दर्ज की गई. तापमान की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 37.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान माउंट आबू में 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दर्ज प्रेक्षण के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 55 से 100 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गयी.
इन जिलों में रही गर्मी
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को अजमेर में 31.3 डिग्री, भीलवाड़ा में 33.9 डिग्री, अलवर 34.8 डिग्री, जयपुर में 32.4 डिग्री, पिलानी में 31.9 डिग्री, सीकर में 30.5 डिग्री, कोटा में 33.0 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 33.5 डिग्री, बाड़मेर में 36.6 डिग्री, जैसलमेर में 36.2 डिग्री, जोधपुर में 35.6 डिग्री, बीकानेर में 35.2 डिग्री, चूरू में 33.8 डिग्री और श्री गंगानगर में 37.3 डिग्री, नागौर में 33.0 डिग्री, डूंगरपुर में 31.6 में डिग्री, जालौर में 33.3 डिग्री, सिरोही में 30.9 में डिग्री, करौली में 32.5 डिग्री और दौसा में 33.9 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.
इन जिलों में न्यूनतम तापमान रहा
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को अजमेर में 22.2 डिग्री, भीलवाड़ा में 33.9 डिग्री, अलवर में 26.0 डिग्री, जयपुर में 25.0 डिग्री, पिलानी में 23.0 डिग्री, सीकर में 22.5 डिग्री, कोटा में 26.0 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 25.0 डिग्री, बाड़मेर 23.4 डिग्री, जैसलमेर में 23.7 डिग्री, जोधपुर में 23.4 डिग्री, बीकानेर में 24.0 डिग्री, चूरू में 24.5 डिग्री और श्री गंगानगर में 26.3 डिग्री, नागौर में 24.0 डिग्री, डूंगरपुर में 25.4 डिग्री, जालौर में 23.9 डिग्री, सिरोही में 19.7 डिग्री और दौसा में 26.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, आज एक परिसंचरण तंत्र पूर्वी MP के ऊपर स्थित है व एक अन्य परिसंचरण तंत्र हरियाणा क्षेत्र के ऊपर अवस्थित है. विभाग के अनुसार, राज्य के दक्षिण-पश्चिमी भागों में 13 जुलाई से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है. वहीं 14 जुलाई के दौरान कोटा, उदयपुर, अजमेर संभाग के कुछ भागों में भारी व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने व जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में भी मध्यम से तेज बारिश की संभावना है. जोधपुर संभाग के कुछ भागों में 13 से 15 जुलाई के दौरान भारी व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने, बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश होने के आसार है.
आगे भारी बारिश होने की संभावना
राजस्थान में इस बार मानसून ने जमकर मेहरबानी दिखाई है. प्रदेश में अब तक 216 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है, जो कि राज्य के वार्षिक औसत 435 मिमी वर्षा का लगभग 50 प्रतिशत है. खास बात यह है कि यह आंकड़ा जुलाई के पहले ही पखवाड़े में पार हो गया है, जो सामान्य से काफी तेज है. आगामी दिनों में बारिश का सिलसिला और तेज हो सकता है. मौसम विभाग के अनुसार 13 से 17 जुलाई के बीच कोटा, उदयपुर और अजमेर संभागों में कई स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. वहीं जयपुर और भरतपुर संभागों में भी मध्यम से तेज बारिश की चेतावनी दी गई है. लगातार हो रही बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिले हैं, वहीं कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है.
इस सीजन की अब तक की सबसे तेज बारिश
दौसा जिले के लालसोट और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार रात भारी बारिश हुई, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ. खासकर रात के समय तेज बारिश के चलते लालसोट के निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे कई घरों में पानी घुस गया. घरों में भरे पानी के कारण लोगों को रातभर परेशानी झेलनी पड़ी. कई परिवार पूरी रात जागकर अपने घरों से पानी बाहर निकालते रहे. जलभराव के कारण सड़कें भी डूबी रहीं, जिससे आवागमन में दिक्कतें आईं. हालांकि सुबह होते-होते हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे और पानी की निकासी शुरू हुई. स्थानीय लोग इस बारिश को इस सीजन की अब तक की सबसे तेज बारिश बता रहे हैं.




















