मुंह में छाले होना एक आम समस्या है. कभी-कभी खानपान की गड़बड़ी, मसालेदार खाने या गर्मी की वजह से हो जाती है. लेकिन जब ये छाले बार-बार होने लगें और बिना किसी साफ वजह के हों तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. बार-बार मुंह में छाले आना सिर्फ एसिडिटी या विटामिन की कमी नहीं, बल्कि आपके इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी या पाचन से जुड़ी किसी बड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है.
मुंह में छाले होना एक आम समस्या है लेकिन जब यह बार-बार हो तो चिंता का विषय बन सकता है. रिसर्च के अनुसार, लगभग 20% लोग बार-बार मुंह में छाले होने की समस्या से जूझते हैं, जो अक्सर एसिडिटी, विटामिन B12 या आयरन की कमी, कमजोर इम्यून सिस्टम या पाचन संबंधी गड़बड़ियों से जुड़ी होती है. बार-बार छाले आना केवल खानपान की गलती नहीं बल्कि शरीर में चल रही अंदरूनी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है. मुंह में छाले होने की समस्या समय रहते पहचानना और इलाज करवाना जरूरी होता है.
कमजोर इम्यून सिस्टम भी हो सकता है जिम्मेदार
एम्स में गैस्ट्रोलॉजी विभाग के पूर्व डॉ अनन्य गुप्ता बताते हैं किअगर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो यह बार-बार छाले होने की एक बड़ी वजह हो सकती है. कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां, जैसे लुपस या बहेचेत सिंड्रोम जो दुर्लभ लेकिन गंभीर ऑटोइम्यून और इंफ्लेमेटरी बीमारी है जो शरीर की रक्त नलिकाओं (ब्लड वेसल्स) में सूजन (inflammation) पैदा करती है. यह बीमारी शरीर के कई हिस्सों को एक साथ प्रभावित कर सकती है- जैसे मुंह, आंखें, त्वचा, जननांग, जोड़ों और कभी-कभी मस्तिष्क व पाचन तंत्र को भी. ऑटोइम्यून बीमारियां भी बार-बार मुंह में घाव या छालों का कारण बन सकती हैं. साथ ही लगातार थकान, कमजोरी या बार-बार बीमार पड़ना भी इस गड़बड़ी के संकेत हो सकते हैं.
एसिडिटी और पाचन की भूमिका
जब पेट में गैस, कब्ज या एसिडिटी बार-बार होती है तो उसका असर मुंह की सेहत पर भी पड़ता है. ज्यादा एसिड बनने से शरीर में गर्मी बढ़ती है जिससे मुंह में जलन और छाले हो सकते हैं. गलत खानपान, देर से खाना खाना, और मसालेदार भोजन इसके मुख्य कारण हो सकते हैं. लंबे समय तक बनी रहने वाली पाचन समस्याएं भी मुंह के छालों को बार-बार उभरने का कारण बन सकती हैं.
कब जाएं डॉक्टर के पास
विटामिन B12, आयरन और फोलिक एसिड की कमी भी मुंह में बार-बार छाले होने की बड़ी वजह होती है. जब शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते तो टिशूज़ की मरम्मत धीमी हो जाती है. जिससे घाव जल्दी नहीं भरते और बार-बार नई परेशानी हो सकती है. अगर छाले एक से दो हफ्तों में ठीक नहीं हो रहे या बार-बार एक ही जगह हो रहे हैं या फिर खाने-पीने में कठिनाई हो रही है तो- तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. कभी-कभी यह मुंह के कैंसर या गंभीर इन्फेक्शन का भी संकेत हो सकते हैं. इसलिए लापरवाही न करें.



















