भरतपुर: जिले के बयाना कस्बे में एचडीएफसी बैंक शाखा में मिलावटी सोना गिरवी रखकर लगभग 1.20 करोड़ रुपए का लोन लेने का मामला सामने आया है. बैंक की ओर से की गई आंतरिक जांच में यह खुलासा हुआ. जिन आभूषणों को गिरवी रखा गया था, उनकी शुद्धता मात्र 25 से 35 प्रतिशत ही पाई गई. इसके बाद बैंक प्रबंधन की ओर से 11 नामजद आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है. बयाना के कोतवाली थाने के एएसआई बिजेंद्र मीणा ने बताया कि बैंक अधिकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
बयाना के कोतवाली थाने के एएसआई बिजेंद्र मीणा ने बताया कि एचडीएफसी बैंक लिमिटेड की बयाना शाखा के अधिकारियों को जब संदेह हुआ कि कई गोल्ड लोन खातों में अनियमितता हो सकती है तो उन्होंने इन खातों की गहनता से जांच करवाई. इस पर पता चला कि लोकेश व दीवान सहित कुल 11 लोगों ने व्यक्तिगत रूप से गोल्ड लोन के लिए आवेदन किया था. सभी के बीच आपसी सांठगांठ थी. इन्होंने आभूषणों में इस प्रकार मिलावट की कि सामान्य निरीक्षण या परीक्षण में वह पकड़ में न आए. आभूषणों में मिलावट खास तौर पर अंदर की ओर की गई थी, जिससे ऊपर से वह खरे नजर आएं.
बैंक के पत्र के बावजूद नहीं दिया जवाब: बैंक की ओर से जब इन ग्राहकों को गोल्ड की शुद्धता की दोबारा जांच के लिए बुलाया गया, तो किसी ने भी जवाब नहीं दिया. इसके बाद बैंक ने अपनी ओर से विशेषज्ञ विभाग से आभूषणों की जांच करवाई, जिसमें मिलावटी सोना पाए जाने की पुष्टि हुई.
अधिकारी ने दर्ज कराई एफआईआर: इस पूरे मामले में बैंक के अधिकृत अधिकारी संदीप कुमार गुप्ता ने कोतवाली बयाना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. संदीप वर्तमान में एचडीएफसी बैंक जयपुर की विद्याधर नगर में डिप्टी मैनेजर है. एएसआई बिजेंद्र मीणा ने बताया कि बैंक अधिकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.




















