जैसलमेर. राजस्थान के जैसलमेर के बासनपीर गांव में आज बड़ा बवाल हो गया. यह विवाद दो छतरियों को लेकर हुआ. इस विवाद में समुदाय विशेष ने छतरियों के निर्माण कार्य में लोगों पर पथराव कर दिया. उसके बाद वहां माहौल गरमा गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भारी फोर्स लेकर वहां पहुंचे. बाद में तत्काल पत्थरबाजों की धरपकड़ शुरू की गई. पुलिस ने करीब 2 दर्जन से अधिक लोगों को डिटेन कर लिया है. अभी स्थिति अंडर कंट्रोल बताई जा रही है. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है. पथराव के कारण कई वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए गए.
जानकारी के अनुसार बासनपीर गांव में जुझार रामचन्द्र सिंह सोढ़ा और जुझार पालीवाल जी की छतरिया हैं. यहां एक साल पहले कुछ असामाजिक तत्वों ने जैसलमेर के रियासतकालीन जुझार रामचंद्र सिंह सोढ़ा और पालीवाल जी की छतरी को ध्वस्त कर दिया था. उसके बाद बीते दिनों समाज के मौजिज लोगों और पुलिस की समझाइश के बाद वहां फिर से छतरियों के निर्माण का कार्य शुरू हुआ था. इस बीच यह बवाल हो गया.
पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया
गुरुवार को छतरी निर्माण के दौरान ही समुदाय विशेष की भीड़ ने छतरी निर्माण करने वाले लोगों पर पथराव कर दिया. पत्थरबाजों में पुरुषों के साथ ही महिलाएं और छोटे बच्चे भी शामिल दिखे. मामले की सूचना पर पहले स्थानीय थाना पुलिस का जाब्ता बासनपीर गांव पहुंचा. लेकिन गांव में तनाव के हालात को देखते हुए और पुलिस फोर्स बुलाई गई. आलाधिकारी भी बासनपीर गांव पहुंचे. देखते ही देखते पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
संघर्ष समिति के गणपत सिंह समेत कई लोग हुए घायल
इस पत्थरबाजी में जुंझार संघर्ष समिति के गणपत सिंह समेत अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस ने जब पत्थरबाजों की धरपकड़ करनी शुरू की तो और वहां भगदड़ सी मच गई. इस बवाल में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया. बाद में पुलिस ने घायलों का जैसलमेर जिला अस्पताल भिजवाया. वहां उनका इलाज करवाया जा रहा है. पत्थरबाजी के कारण वहां खड़ी कई गाड़ियों को भी खासा नुकसान पहुंचा है. पथराव के कारण वहां सांप्रदायिक तनाव जैसे हालात हो गए.
महिलाओं को आगे करके पत्थरबाजी करवाई गई
घायल गणपत सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की मौजूदगी में लोगों से मारपीट की गई. उनका आरोप है कि इस दौरान प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. वहीं पुलिस का कहना है कि उपद्रव करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है. महिलाओं को आगे करके पत्थरबाजी करवाई गई है. करीब 24 उपद्रवियों को डिटेन कर लिया गया है. अभी स्थिति काबू में है.




















