जयपुर: बारिश के मौसम में भी राजस्थान का सियासी पारा गरमाया हुआ है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार को लगातार निशाने पर ले रहे हैं. अशोक गहलोत के एक बार फिर यमुना जल समझौते सहित कई मुद्दों पर घेरा तो पलटवार में भजनलाल सरकार में संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल उतर आए. पटेल ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत को पलटूराम कहते हुए कहा कि वो अपने ही बयानों से बदलते रहते हैं. सुर्खियां बटोरने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते हैं.
जहां तक यमुना जल समझौते को लेकर दिए बयान की है तो गहलोत माला पहनाने के लिए तैयार रहें, क्योंकि भजनलाल सरकार जो कहती है, वो करती है. पटेल ने इसके साथ ही प्रदेश में हो रही बारिश पर खुशी जाहिर करते हुए आमजन को सावधानी बरतने की अपील की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे राजस्थान पर नजर बनाए हुए हैं और अति भारी बारिश को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. आपदा में फंसे हर व्यक्ति को राहत पहुंचाई जा रही है. पटेल ने मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं पर भी साफ कहा कि यह सिर्फ सुर्खियां बनाने वाली खबरें हैं.
बारिश की स्थिति पर सीएम की नजर : बारिश को लेकर के कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यह बात सही है कि राजस्थान में बहुत ज्यादा बारिश हो रही है. राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में जल भराव की तस्वीर आ रही है. उससे लोगों को परेशानी भी होती है. तेज बारिश होती है तो शहरों में ड्रेनेज सिस्टम वीक पड़ जाता है. पानी निकालने में दो-तीन घंटे लगते हैं. उस वक्त पब्लिक को असुविधा हो सकती है. इसमें कोई दोहराय नहीं है, लेकिन आमजन भी तेज बारिश को देखते हुए थोड़ा सावधानी बरते. किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखें. सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि जयपुर सहित अन्य जिलों में ड्रेनेज सिस्टम अच्छा रहे.
पटेल ने कहा कि हम तो यही चाहते हैं कि अच्छी बरसात और अति भारी बरसात के चलते आर्थिक और मानवीय नुकसान ना हो. खुद मुख्यमंत्री पूरे राजस्थान पर नजर बनाए हुए हैं और अति भारी बारिश को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. पटेल ने कहा कि सभी जिला कलेक्टरों को हेड क्वार्टर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही, आपदा राहत राशि भी एडवांस में डाल दी गई है. कहीं पर किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अधिकारियों से लगातार प्रदेश के हालातों पर चर्चा कर रहे हैं. प्रदेश में हो रही बारिश खुशी का एक अच्छा संकेत है.
मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा सिर्फ शुर्खियां : पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चल रही चर्चाओं पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल का विशेषअधिकार मुख्यमंत्री का होता है. किस विधायक से क्या काम कराया जाए, वो निर्णय सीएम लेते हैं. हम तो सिर्फ उत्तरदायित्व का निर्वहन करने वाले हैं. विधायकों और मंत्रियों को जो जिम्मेदारी दी जाएगी, हम उस पर काम करेंगे. मंत्रिमंडल में बदलाव होना, नहीं होना, यह सुर्खियों का विषय हो सकता है, लेकिन हमारे लिए विषय नहीं है. हमें मुख्यमंत्री और प्रदेश का नेतृत्व जो भी जिम्मेदारी देगा, हम उसको बखूबी निभाएंगे.
जहां तक प्रधानमंत्री से मुलाकात की बात है तो मुख्यमंत्री का जयपुर-दिल्ली आना-जाना रहता है. सरकार के कामकाज के लिए प्रधानमंत्री से मिलना, अन्य केंद्रीय मंत्री से मिलना, एक सामान्य प्रक्रिया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का प्रधानमंत्री से मिलना भी एक सामान्य प्रक्रिया है. उसको मीडिया सुर्खियां बना रहा है, लेकिन यह सामान्य प्रक्रिया है. पटेल ने कहा कि राजस्थान में संगठन, राजनीतिक और सरकार के दृष्टिकोण से देखें तो इस समय सब कुछ बढ़िया चल रहा है. राजस्थान इस समय विकास की गति में पूरे तरीके से दौड़ लगा रहा है. आने वाले समय में राजस्थान विकसित और समृद्ध राजस्थान होगा.
माला पहनाने को तैयार रहें : पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर मंत्र जोगाराम पटेल ने निशाना साधते हुए कहा कि अशोक गहलोत पलटूराम हैं. सीएम के खिलाफ साजिश वाले बयान पर गहलोत पलटे गए थे. यमुना जल समझौते को लेकर अशोक गहलोत के बयान पर पटेल ने कहा कि अशोक गहलोत तैयार रहें. भजनलाल शर्मा को माला पहनने के लिए. अशोक गहलोत ERCP पर भी कुछ बोलते, क्योंकि 5 साल तक उन्होंने ERCP को लटकाए रखा. अशोक गहलोत सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. अब तो उनकी पार्टी के नेता भी उन्हें सीरियस नहीं लेते.




















