राजस्थान के अलवर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला को उसके घर के बाहर से अगवा कर 7 लोगों ने अपनी हवस का शिकार बनाया। 11 दिनों तक इस घिनौनी हरकत को अंजाम देने के बाद सड़क किनारे बेहोशी की हालत में छोड़ फरार हो गए। हैरानी की बात ये है कि अभी तक इस केस में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार,महिला का अपहरण 24 अप्रैल को तब किया गया था जब वह शौच के लिए बाहर गई थी। जानकारी मिली है कि तीन लोगों ने कथित तौर पर उसे एक बोलेरो गाड़ी में जबरन बैठा लिया था। महिला को 11 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया और फिर सड़क किनारे बेहोशी की हालत में छोड़ दिया गया। यह मामला तब सामने आया जब दुष्कर्म पीड़िता के परिवार ने पुलिस से संपर्क किया, जिसने शुरुआत में शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद, उसके परिवार ने अदालत का रुख किया, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। परिणामस्वरूप, 2 जून, 2025 को अदालत के आदेश के बाद बगड़ तिराया पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज की गई।
पीड़िता के पति की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने महिला को कथित तौर पर पानियाला रोड के पास एक जगह पर ले जाकर गाड़ी के अंदर बारी-बारी से दुष्कर्म किया। शिकायत में आगे बताया गया है कि महिला ने विरोध करने और शोर मचाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। आरोपियों ने इस अमानवीय कृत्य का वीडियो भी बनाया और धमकी दी कि अगर उसने इस मामले की सूचना दी तो वे इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।
सड़क किनारे फेंक दिए जाने के बाद, महिला किसी तरह स्थानीय लोगों की मदद से अपने घर लौट पाई। महिला द्वारा अपने परिवार को सब कुछ बताने के बाद, उन्होंने शुरुआत में पुलिस के पास जाने से परहेज किया, क्योंकि आरोपियों से धमकियां मिली थीं। अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस बीच, रामगढ़ के डीएसपी सुनील कुमार शर्मा द्वारा जांच की जा रही है। पीड़िता का चिकित्सा परीक्षण कराया जाएगा और उसका बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया जाएगा। मामले में आगे की जांच जारी है।




















