भरतपुर: देश-विदेश के लाखों पर्यटकों को हर साल अपनी जैव विविधता और पक्षी प्रजातियों से आकर्षित करने वाला केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (घना) अब नए पर्यटन सीजन में नए रूप में नजर आएगा. इस बार घना में पर्यटकों, पक्षी प्रेमियों को अत्याधुनिक सुविधाएं और तकनीकी व्यवस्थाएं देखने को मिलेंगी. इनमें पर्यटकों के लिए टिकट खिड़की पर विश्राम गृह, शौचालय, ई-साइकिल जैसी सुविधाएं शामिल हैं.
अब नहीं करना होगा टिकट खिड़की पर लंबा इंतजार: पर्यटकों को अब टिकट खिड़की पर लाइन में खड़े रहना नहीं पड़ेगा. उद्यान निदेशक मानस सिंह ने बताया कि टिकट काउंटर के पास एक आधुनिक टूरिस्ट वेटिंग हॉल बनाया जा रहा है, जहां पर्यटक आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे. इस वेटिंग हॉल में एक बड़ी स्क्रीन भी लगाई जा रही है, जिसमें केवलादेव और भरतपुर शहर की पर्यटन जानकारी और डॉक्यूमेंट्रीज चलाई जाएंगी. उद्यान के मुख्य गेट से बैरियर तक बैठने और शौचालय की व्यवस्था होगी. केवलादेव मंदिर के पास कैंटीन के नजदीक नया शौचालय भी बनकर तैयार हो गया है.
वाइल्डलाइफ फोटोग्राफरों के लिए खास इंतजाम: उद्यान में पक्षी प्रेमियों और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफरों के लिए चार स्थानों पर हाइटेड व्यू प्वाइंट्स बनाए जा रहे हैं. ये ऊंचे प्लेटफॉर्म इस तरह बनाए जाएंगे कि वहां से बिना पक्षियों को डिस्टर्ब किए शानदार फोटो क्लिक किए जा सकें. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए नए सीजन में ई साइकिल की संख्या बढ़ाकर 50 किए जाने की योजना है. वहीं, उद्यान में मौजूद दोनों कैंटीनों को रेनोवेट किया जा रहा है. हर तरह के मौसम से बचाव के लिए उद्यान में शेड वाले रेस्टिंग प्वाइंट्स बनाए जा रहे हैं.
प्रवेश शुल्क में संभावित वृद्धि: पर्यटकों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा इस सीजन में भी जारी रहेगी. निदेशक मानस सिंह ने बताया कि प्रवेश शुल्क में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है, लेकिन अभी तक इस संबंध में मुख्यालय से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. इन तमाम तैयारियों के साथ केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान इस बार न केवल प्राकृतिक सौंदर्य और पक्षियों की विविधता का केंद्र रहेगा, बल्कि पर्यटकों की सुविधाओं, आराम और तकनीकी अनुभव के लिहाज से भी एक आदर्श पर्यटन स्थल बनकर उभरेगा. घना में पक्षियों का आना शुरू हो गया है. पक्षियों के साथ ही पर्यटकों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी.




















