अजमेर: केंद्रीय कारागार की सघन तलाशी में एक बंदी के पास से नुकीला धारदार हथियार मिला है. मामले को गंभीर मानते हुए जेल प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. पड़ताल में सामने आया है की बंदी के खिलाफ पूर्व में 11 मुकदमे दर्ज हैं.
सिविल लाइन थाने के हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह ने बताया कि जेल प्रहरी गिरधारी लाल की ओर से आरी निवासी बंदी धनराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. उन्होंने बताया कि गत 29 जुलाई को केंद्रीय कारागार में औचक तलाशी ली गई. इस दौरान वार्ड संख्या 9 में पानी की टंकी के पास दो पत्थरों के बीच लोहे की धारदार पत्ती मिली. लोहे की पत्ती को पत्थर पर घिसकर धारदार चाकूनुमा बना रखा था. लोहे की धारदार पत्ती के निचले हिस्से पर पॉलीथिन की थैली को पिघलाकर हत्था भी बना रखा था. इसके बाद जेल प्रहरी गिरधारी लाल की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर सिविल लाइन थाने में बंदी धनराज के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया.
पुलिस कर रही है मामले की जांच: जेल में कैदियों के बीच आपस में झड़प होने के मामले कई बार सामने आ चुके हैं. कई बार खूनी संघर्ष की स्थिति भी बनी है. इन घटनाओं में ऐसे ही हथियारों का उपयोग होता रहा है. चम्मच या लोहे की पत्ती को घिसकर धारदार और नुकीला बनाया जाता है. बाद में ऐसे ही हथियारों का उपयोग झगड़े के दौरान होता है. संभवतः आरोपी बंदी ने भी जेल में किसी अन्य बंदी के साथ रंजिश के चलते ही लोहे की पत्ती को धारदार और नुकीला बनाया. प्रकरण में सिविल लाइन थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.




















