अजमेर जिले के नसीराबाद स्थित गवर्नमेंट हॉस्पिटल से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें महिला नर्सिंग ऑफिसर से बदसलूकी करने वाले नर्सिंग स्टाफ को चप्पल और लात-घूंसों से पीटने का मामला सामने आया है। पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, यह मामला शनिवार का है। नसीराबाद के सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला नर्सिंग ऑफिसर ने नसीराबाद सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि अस्पताल में तैनात नर्सिंग कर्मचारी राम अवतार मीणा पिछले कुछ समय से उन्हें परेशान कर रहा था। उन्होंने बताया कि वह लगातार बदतमीजी करता था और रात में फोन कर भी परेशान करता रहा। शनिवार को जब महिला नर्सिंग ऑफिसर ने रामअवतार को इंचार्ज होने के नाते कुछ काम सौंपा, तो वह उसे करने के बजाय आराम करने चला गया।
पीड़िता के अनुसार, रामअवतार ने शराब के नशे में धुत होकर बदसलूकी की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह सब देख महिला नर्सिंग ऑफिसर ने खुद को नियंत्रित नहीं रख पाई और अपनी चप्पल उतारकर रामअवतार की पिटाई कर दी। इसके बाद पीड़िता के परिजन भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी सड़क पर गिराकर रामअवतार की जमकर पिटाई की।
घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि रामअवतार को कॉलर पकड़कर अस्पताल से बाहर लाया गया और वहीं उसकी चप्पल से पिटाई की गई। बाद में परिजनों ने भी उसे सड़क पर गिराकर लात-घूंसों से मारा। इस वीडियो के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है।
मामले को लेकर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. विनय ने कहा कि उन्हें दोनों नर्सिंग स्टाफ के बीच विवाद की सूचना मिली थी। प्राथमिक जानकारी के आधार पर जांच कमेटी गठित कर दी गई है, जो पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच करेगी। रिपोर्ट के आधार पर दोषी के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. विनय ने यह भी कहा कि अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थल पर इस तरह की घटनाएं बेहद निंदनीय हैं और इससे अस्पताल की गरिमा को ठेस पहुंचती है। उन्होंने स्टाफ से संयम और अनुशासन में रहने की अपील की।
इस बीच, नसीराबाद सिटी थाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और वीडियो की भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे और वीडियो के आधार पर मामले की कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर से सरकारी अस्पतालों में महिला स्टाफ की सुरक्षा और कार्यस्थल पर सम्मानजनक माहौल की आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित करती है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर मिसाल पेश की जाएगी।



















