नई दिल्ली। शाहदरा मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार देर शाम सड़क पार कर रहे एक युवक को कैब चालक ने टक्कर मार दी और अस्पताल में भर्ती कराने के नाम पर गाड़ी में बैठाकर 45 मिनट तक घुमाता रहा।
आखिरकार, उसने कैब में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद प्रीत विहार स्थित गुफा वाले मंदिर के पास शव फेंककर चालक फरार हो गया। मृतक की पहचान गाजियाबाद स्थित शालीमार गार्डन निवासी रोहन कुमार के रूप में हुई है। वह दिल्ली नगर निगम के लिए कार्य करने वाली मेट्रो वेस्ट कंपनी के सुपरवाइजर थे।
एआई टूल की मदद पकड़ा गया कैब ड्राइवर
पुलिस ने जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज में कार का नंबर धुंधला नजर आया। पुलिस ने एआई टूल की मदद से कैब का नंबर पता कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया और कैब भी बरामद कर ली है। पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने बताया कि सोमवार शाम गुफा वाले मंदिर के पुजारी ने मंदिर के पास एक युवक के घायल हालत में पड़े होने की पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने युवक को एलबीएस अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डाक्टरों ने बताया कि पहले ही मौत हो चुकी है। उसके मोबाइल फोन के जरिये पहचान रोहन के रूप में हुई और पता चला कि वह गौतमपुरी वार्ड में निगम के लिए कूड़ा उठाने वाली कंपनी मेट्रो वेस्ट में सुपरवाइजर थे। पुलिस ने करीब 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
एआई टूल से नंबर प्लेट को साफ करने पर पता चला कि कैब गुरुग्राम की लाजिस्टिक कंपनी के नाम पर पंजीकृत है और पुलिस ने गौतमपुरी स्थित घर से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि वह डर गया था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि किस अस्पताल में भर्ती करवाए।




















