मन की व्यथा मिटाने हो रही है शिव कथा
डौंडीलोहारा :- जामड़ी पाटेश्वर धाम में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए 25 जुलाई से यज्ञ अनुष्ठान का आयोजन किया गया है। पाटेश्वर धाम के संत श्रीराम बालक दास जी महत्यागी ने अनिष्ट ग्रहों व कोरोना महामारी के संकट से उबरने 25 जुलाई से 29 जुलाई तक 5 दिन का यज्ञ अनुष्ठान कर देशवासियों की अमन-चैन के लिए बाबा महाकाल का रुद्राभिषेक व भस्म अभिषेक आरती का दृश्य देखने को मिलेगा।
प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाबा महाकाल की रुद्राभिषेक व 21 दिव्य शिवलिंग का पूजन व यजमानों के द्वारा अनवरत 3 घण्टे का अभिषेक चलता है।11 ब्राह्मणों के द्वारा मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक कराते हैं ।
श्री हनुमान नंदी शाला गौ अभ्यारण्य में यह आयोजन अरण्यक वातावरण में वनवासी अंचल का मान बढ़ा रहा है। अनुष्ठान में पहुंचने वाले श्रद्धालु भक्तों को गीली मिट्टी से बने 21 शिवलिंग का दर्शन जैसे ही भक्तों को हुआ तो हर हर महादेव की गुंजायमान होने लगी।
दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक वृंदावन की भजन मंडली ने लोगों को भजन कीर्तन से मंत्र मुग्ध कर दिया। दोपहर 2 बजे व्यास पीठ पर विराजमान होकर साध्वी सरस्वती ने संध्या 5 बजे तक संगीतमय शिव कथा का वाचन करते हुए कहा कि श्रद्धा और विश्वास से भक्ति करने वाले भक्तों की मन्नतें अवश्य पूरी होती है।
शिव कथा की अनछुये पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए पाटेश्वरधाम की महिमा का वर्णन किया। संध्या 5 बजे साक्षात पंच गौ माता की आरती के पश्चात बाबा महाकाल का रुद्राभिषेक के साथ भस्म आरती का दिव्य दर्शन हुआ ।
सावन सोमवार को अंबागढ़ चौकी के 150 भक्त सामुदाय ने शिवनाथ नदी से कांवड़ में जल लेकर पदयात्रा करते हुए पाटेश्वर धाम पहुंचकर मां कौशल्या के जन्म भूमि मंदिर निर्माण हो रहा है उसके गर्भ गृह में स्थापित रूद्रेश्वर महादेव में जलाभिषेक कर शिव कथा में शामिल हुये ।
संत श्रीराम बालक दास महात्यागी के साथ संध्या बेला में हिंदू शेरनी साध्वी सरस्वती ने गौ माता को गुड़ ,रोटी, हरी घास खिलाकर गौमाता को दुलार करते नजर आये। इस मनोहारी दृश्य को देखकर गौमाता की जयकारा से आकाश गूंजने लगा। कथा के दौरान वृंदावन से पहुंचे राजकुमार मिश्रा ने भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती की मनोहारी झांकी तैयार कर मंच के सम्मुख प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्तों ने मंत्र मुग्ध होकर झांकी को अपलक निहार रहे थे।
व्यास मंच से साध्वी सरस्वती ने झांकी की अनुरूप भगवान शिव कथा की अविरल धारा बहा रही थी। दर्शक दीर्घा पल पल में भगवान भोलेनाथ की जयकारा के साथ झुमते नाचते आंनदित हो रहे थे।संत श्रीराम बालक दास महात्यागी ने बताया कि अलग-अलग व्याधि से पीड़ित लोगों के लिए अनुष्ठान किया जा रहा है। जिसके लिये पूजा की सामग्री संस्थान द्वारा तैयार किया गया है। कोरोना काल में बहुत से परिवार के ऊपर संकट आया था। परिवार के ऊपर वज्रपात हुआ था। अपने लोगों से बिछुड़ गये हैं उनके बोझिल मन को शान्ति करने तथा कालसर्प दोष निवारण, मांगलिक दोष निवारण के लिए भी विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है।
हमारे धर्म शास्त्रों ने बताया है कि भगवान शिव का नाम जप ,रुद्राभिषेक बहुत ही पवित्र माना जाता है। सावन के महीने में और बहुत फलदाई होता है। स्थान का बहुत महत्व होता है। पाटेश्वर धाम और श्री हनुमान नंदी शाला गौ अभ्यारण्य में आयोजन हो रहा है तो इसकी महिमा और निराली है।
*प्रतिदिन होगा आयोजन*
प्रतिदिन 21 शिवलिंग का रुद्राभिषेक होगा । 11 ब्राह्मणों के द्वारा 21 जोड़ी यजमानों से अनुष्ठान कराया जायेगा। जिसका सीधा प्रसारण यूट्यूब रामबालक दास व साध्वी सरस्वती में होगा। प्रतिदिन संध्या 5 बजे महाकाल उज्जैन की भस्म आरती की तर्ज पर उसी के प्रतीकात्मक रूप का बाबा महाकाल के प्रतिमूर्ति में होगा। पूरे विधि विधान के साथ 11 ब्राह्मणों के द्वारा स्वस्तिवाचन, रुद्रीका पाठ द्वारा भस्म से मेहंदी व विभिन्न पदार्थों से रुद्राभिषेक किया जायेगा तथा हर हर बम बम के साथ पंचाक्षरी मंत्रों से वन परिसर गुंजायमान होगा। जिसे आप यूट्यूब में लाईव दर्शन कर पायेंगे।