आज हैं बासोड़ा, शीतला अष्टमी जाने आज का पंचाग व उपयोगी जानकारी पँ. श्रवण भारद्वाज के साथ
आज हैं बासोड़ा, शीतला अष्टमी जाने आज का पंचाग व उपयोगी जानकारी पँ. श्रवण भारद्वाज के साथ –
दिनांक – 04 अप्रेल 2021
वार – रविवार
तिथि – अष्टमी
पक्ष – कृष्ण
माह – चैत्र
नक्षत्र – पूर्वाषाढा
योग – परिघ
करण – बालव 15:31 बजे तक तत्पश्चात कौलव
चन्द्र राशि – धनु
सूर्य राशि – मीन
रितु – शिशिर
आयन – उत्तरायण
संवत्सर – शार्वरी
विक्रम संवत – 2077 विक्रम संवत
शाका संवत – 1942 शाका संवत
सूर्योदय – 06:22 बजे
सूर्यास्त – 18:52 बजे
दिन काल – 12 घण्टे 30 मिनट
रात्री काल – 11 घण्टे 29 मिनट
चंद्रास्त – 11:40 बजे
चंद्रोदय – 26:10 बजे
समय मानक – मोमासर (बीकानेर)
राहू काल – 17:18 – 18:52 अशुभ
यम घंटा – 12:37 – 14:11 अशुभ
गुली काल – 15:45 – 17:18
अभिजित – 12:12 -13:02 शुभ
पंचक – नहीं
दिशाशूल – पश्चिम दिशा
चोघडिया, दिन
उद्वेग – 06:22 – 07:56 अशुभ
चर – 07:56 – 09:30 शुभ
लाभ – 09:30 – 11:03 शुभ
अमृत – 11:03 – 12:37 शुभ
काल – 12:37 – 14:11 अशुभ
शुभ – 14:11 – 15:45 शुभ
रोग – 15:45 – 17:18 अशुभ
उद्वेग – 17:18 – 18:52 अशुभ
चोघडिया, रात
शुभ – 18:52 – 20:18 शुभ
अमृत – 20:18 – 21:44 शुभ
चर – 21:44 – 23:10 शुभ
रोग – 23:10 – 24:37* अशुभ
काल – 24:37* – 26:03* अशुभ
लाभ – 26:03* – 27:29* शुभ
उद्वेग – 27:29* – 28:55* अशुभ
शुभ – 28:55* – 30:21* शुभ
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।
अष्टमी तिथि और रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।
रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।
रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
पारिवारिक कलहनाशक प्रयोग
– पति-पत्नी में झगड़ा हो गया हो और उसका शमन करना हो तो पति-पत्नी दोनों पार्वतीजी को तिलक करके उनकी ओर एकटक देखें तथा प्रार्थना करें। अगर पति पत्नी को निकाल देना चाहता है तो पत्नी यह प्रयोग करें इससे झगड़ा शांत हो जायेगा।
घर को तीर्थ जैसा पवित्र बनाएं
सुबह – शाम घी का दीपक करें।
जहाँ सोते हैं वहां २-३ दिन पुरानी चादर न बिछी रहे । एक या दूसरे दिन चादर बदल दें ….फिर भले पानी से ही धो कर सुखादें ।
घर में नाश्ता करने से पहले सफाई हो जानी चाहिए । ऐसा करने वाले के घर से लक्ष्मी जाती नहीं ।
जूठे बर्तन रख कर न सो जाएँ ।