
समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक
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अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज डागा के नेतृत्व में तेरापंथ युवक परिषद उधना ने जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में लगभग 1335 सामायिक हुई|
साध्वीश्री लब्धिश्री जी आदि ठाणा – 5 के सान्निध्य में सामायिक हुई।परिषद अध्यक्ष सुनील चंडालिया ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 355 शाखाएं पूरे देश व नेपाल मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है
साध्वीश्री लब्धिश्री जी ने बताया कि जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है।सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है।सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है। मंत्री उत्कर्ष खाब्या ने बताया कि समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी। ये सारी जानकारी कार्यक्रम के संयोजक बसंत बैद एवं ललित पोरवाड ने दी।