आज हैं आंवला एकादशी, कल होगा प्रदोष व्रत जाने आज का पंचाग व उपयोगी जानकारी पँ. श्रवण भारद्वाज के साथ
आज हैं आंवला एकादशी, कल होगा प्रदोष व्रत जाने आज का पंचाग व उपयोगी जानकारी पँ. श्रवण भारद्वाज के साथ –
दिनांक – 25 मार्च 2021
वार – गुरुवार
तिथि – एकादशी 09:46 बजे तक
पक्ष – शुक्ल
नक्षत्र – आश्लेषा
योग – सुकर्मा
करण – विष्टि भद्र 09:46 बजे तक तत्पश्चात बव
चन्द्र राशि – कर्क
सूर्य राशि – मीन
रितु – शिशिर
आयन – उत्तरायण
संवत्सर – शार्वरी
विक्रम संवत – 2077 विक्रम संवत
शाका संवत – 1942 शाका संवत
सूर्योदय – 06:33 बजे
सूर्यास्त – 18:46 बजे
दिन काल – 12 घण्टे 13 मिनट
रात्री काल – 11 घण्टे 45 मिनट
चंद्रोदय – 15:13 बजे
चंद्रास्त – 29:03 बजे
राहू काल – 14:12 – 15:43 अशुभ
अभिजित – 12:16 -13:04 शुभ
पंचक – नहीं
दिशाशूल – दक्षिण दिशा
चोघडिया, दिन
शुभ – 06:33 – 08:05 शुभ
रोग – 08:05 – 09:37 अशुभ
उद्वेग – 09:37 – 11:08 अशुभ
चर – 11:08 – 12:40 शुभ
लाभ – 12:40 – 14:12 शुभ
अमृत – 14:12 – 15:43 शुभ
काल – 15:43 – 17:15 अशुभ
शुभ – 17:15 – 18:47 शुभ
चोघडिया, रात
अमृत – 18:47 – 20:15 शुभ
चर – 20:15 – 21:43 शुभ
रोग – 21:43 – 23:11 अशुभ
काल – 23:11 – 24:39* अशुभ
लाभ – 24:39* – 26:08* शुभ
उद्वेग – 26:08* – 27:36* अशुभ
शुभ – 27:36* – 29:04* शुभ
अमृत – 29:04* – 30:32* शुभ
विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l
राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।।
सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
व्रत करके आँवले के वृक्ष के पास रात्रि-जागरण, उसकी १०८ या २८ परिक्रमा करने से सब पापों का नाश व १००० गोदान का फल