छत्तीसगढ़ को बदनाम करने असम गए हैं रमन सिंह- कांग्रेस
कॉंग्रेस ने कहा कि डॉ. रमन सिंह कहने को तो असम में भाजपा का प्रचार करने गए हैं, लेकिन सच यह है कि पार्टी ने उन पर लग रही धूल झाड़कर उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार करने के लिए भेजा है. वे झूठों का पुलिंदा लेकर इसकी नाकाम कोशिश कर रहे हैं और अपनी करतूतों पर जवाब नहीं दे रहे हैं. दरअसल रमन सिंह प्रदेश की बदनामी करके प्रदेश की जनता के साथ कृतघ्नता कर रहे हैं
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि इससे अधिक दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती कि प्रदेश में किसानों से लेकर आदिवासियों तक हर किसी के हित में काम कर रही सरकार को बदनाम करने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री असम में झूठ बोल रहे हैं. वे झूठ कह रहे हैं कि सरकारी बैंकों में किसानों का कृषि ऋण माफ़ नहीं हुआ. वे झूठ बोल रहे हैं कि ऋण माफ़ी में कोई सीमा तय की गई. वो झूठ बोल रहे हैं कि युवाओं को रोज़गार नहीं मिल रहा है.
मोहन मरकाम ने कहा है कि रमन सिंह अपने कार्यकाल में प्रदेश को सबसे ग़रीब बनाने का ज़िक्र नहीं करते, वे नहीं बताते कि उनके विकास के मॉडल में छत्तीसगढ़ सर्वाधिक झुग्गियों वाला प्रदेश बन गया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इस बात को कौन भूल सकता है कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए अपने मंत्रियों और कार्यकर्ताओं से कहा था कि कमीशनखोरी एक साल के लिए बंद कर दो तो तीस साल राज करोगे.
उन्होंने कहा है कि उनके अपने बेटे के नाम से विदेश में काला धन जमा है और उनके अपने घर के पते पर जमा है. इस पर रमन सिंह कभी कुछ नहीं कहते. छत्तीसगढ़ की जनता जानती है कि विदेश में खाता तब खुलता है जब घर की तिजोरी में जगह नहीं बचती. कितने हज़ार करोड़ इस खाते में हैं यह सब जानना चाहते हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि रमन सिंह की पीड़ा समझ में आती है कि वे पंद्रह साल में जितनी पहचान नहीं बना पाए. उससे अधिक लोकप्रियता भूपेश बघेल ने ढाई साल में हासिल कर ली है. लेकिन उन्हें समझ लेना चाहिए कि वे जो कुछ भी कहेंगे वे एक बुरी तरह हार चुके, हाशिए पर पड़े नेता का विलाप ही समझा जाएगा।