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पांच दिन से घर मे पड़ा था सेना के पूर्व ऑनरेरी कैप्टन का शव, बेटा बोला पापा सो रहे है !

पांच दिन पहले पिता की मौत हो चुकी थी. लाश घर में पड़ी सड़ रही थी. घर में शव के साथ रह रहा बेटा 5 दिन यही सोचता रहा कि पापा सो रहे हैं. वे खुद ही खाना खाने के लिए जाग जाएंगे. सुनकर आप सिहर उठेंगे कि मैं जिस शख्स की जिंदगी के रुह कंपा देने वाले इन अंतिम पलों की बात बता रहा हूं वो कोई आम इंसान नहीं वरन् सेना के पूर्व ऑनरेरी कैप्टन की मौत का सच है.
यह सच्ची घटना घटी है हरियाणा के यमुना नगर जिले में. सेना के इस बदकिस्मत पूर्व ऑनरेरी कैप्टन का नाम राम सिंह (72) पता चला है. रिटायर्ट कैप्टन राम सिंह की मौत कैसे हुई? यह अभी तक रहस्य बना हुआ है. हां, यह मामला खुला कैसे? यह भी अपने आप में कम हैरतंगेज नहीं है.
शनिवार रात टीवी9 भारतवर्ष से विशेष बातचीत में यमुना नगर जिले के पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने घटना की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, हां घटना घटी थी. इस वक्त मगर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. हांलांकि टीवी9 भारतवर्ष के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक, 72 साल के पूर्व कैप्टन यमुना नगर जिले के हुड्डा सेक्टर-17 जैसी पॉश कॉलोनी में रहते हैं. वे भारतीय सेना (Indian Army) के रिटायर्ड ऑनरेरी कैप्टन थे.
पत्नी और बेटी का गया था पहले ही देहांत
जानकारी के मुताबिक, कैप्टन राम सिंह की पत्नी और बेटी का काफी समय पहले देहांत हो चुका है. तभी से वे पुत्र प्रवीण के साथ इस घर में रह रहे थे. पड़ोसियों के मुताबिक, कैप्टन राम सिंह अमूमन आसपास के लोगों से बहुत कम मिलते-जुलते थे. वे खुद में और बेटे प्रवीण में ही खुश रहते थे. उनका स्वभाव भी साधारण ही था. उनके व्यवहार से किसी को भी अंदाजा लगाना मुश्किल था कि वो भारतीय सेना के रिटायर्ड ऑनरेरी कैप्टन रैंक पर रहे होंगे.
भारतीय सेना के इतने बड़े और सम्मानित ओहदे पर रहे कैप्टन राम सिंह की मौत का खुलासा गुरुवार को अचानक ही हो गया. वो भी तब जब चार-पांच दिन से पड़ोसियों ने उन्हें नहीं देखा था. साथ ही गुरुवार को सुबह के वक्त कैप्टन राम सिंह के बेटे प्रवीण ने घर की छत पर कुछ कपड़ों में जाने-अनजाने आग लगा दी. यह देखकर पड़ोसियों ने यमुना नगर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी.
जब घर के अंदर पहुंचे पुलिस और पड़ोसी
पुलिस और उसके साथ पड़ोसियों की भीड़ छत पर पहुंची. यह देखने को कि आखिर कैप्टन राम सिंह के बेटे प्रवीण ने छत पर आग क्यों लगाई है? उसी समय छत पर मौजूद भीड़ को घर के अंदर से सड़ांध का अहसास हुआ. पुलिस और पड़ोसियों ने बेटे से पूछा तो उसने कहा कि पापा सो रहे हैं. इसके बाद भी मगर शक दूर करने के लिए भीड़ और पड़ोसी जब मकाने के भीतर पहुंचे, तो उन सबके होश उड़ गए.
पुलिस को घर के भीतर सोती हुई अवस्था में कैप्टन राम सिंह मिले. दरअसल, राम सिंह की मौत कई दिन पहले हो चुकी थी. उनके शव से ही बदबू आ रही थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पुलिस को पता चला, कैप्टन राम सिंह की मृत्यु चार पांच दिन पहले हो चुकी होगी. यहां विशेष उल्लेखनीय यह भी है कि जब घर के अंदर पहुंचे पड़ोसियों और पुलिस ने बेटे प्रवीण से पिता के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वे सो रहे हैं. उन्हें अभी जगाओ मत. वे खुद ही उठ जाएंगे खाना खाने के लिए.
बेटा प्रवीण मानसिक रूप से कमजोर हैं
अब आइये जानते हैं कि आखिर किन विपरीत हालातों में हुई मौत के बाद, 5 दिन तक सेना के इस सम्मानित पूर्व ऑनरेरी कैप्टन शव घर के अंदर पड़ा रहा? और घर में मौजूद उनका बेटा पिता को सोता हुआ ही समझता रहा. दरअसल, राम सिंह के साथ रह रहा उनका इकलौता पुत्र प्रवीण मानसिक रूप से कमजोर है इसीलिए वो पिता की मौत की हकीकत से अंजान था. प्रवीण 5 दिन तक यह समझ ही नहीं सका कि उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है.
यह तो कुछ वक्त का ही कमाल रहा कि पांच दिन बाद ही सही कैप्टन राम सिंह का बेटा प्रवीण बे-वजह घर की छत पर कपड़ों में आग लगाने पहुंच गया. उसी समय पड़ोसियों ने देख लिया. उसके बाद पहुंची पुलिस और पड़ोसियों को घर से जब बदबू आई, तो पूरी घटना का पता चला. अगर प्रवीण गुरुवार को भी छत पर इत्तिफाकन आग लगाते न देखा जाता तो शायद बदकिस्मत कैप्टन राम सिंह की मौत की खबर और न जाने कितने दिन तक जमाने को पता ही नहीं लगती.


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